मऊ में 50 करोड़ की लागत से 84 एकड़ जमींन पर बनेगा औद्योगिक पार्क

मऊ में 50 करोड़ की लागत से 84 एकड़ जमींन पर बनेगा औद्योगिक पार्क

मऊ में 50 करोड़ की लागत से 84 एकड़ जमींन पर बनेगा औद्योगिक पार्क

मऊ में 50 करोड़ की लागत से 84 एकड़ जमींन पर बनेगा औद्योगिक पार्क 

 500 औद्योगिक इकाइयों के साथ रखा गया 1लाख करोड़ निवेश का लक्ष्य ।

मऊ- वर्षों से बंद पड़ी परदहां काटन मिल के दिन बहुरने वाले हैं।एक समय था जब इस मिल से जनपद के हजारों परिवारों की गृहस्थी चलती थी लेकिन विकास और पुरुष कल्पनाथ राय के नाम से जाना जाने वाला जनपद 90 के दशक के बाद माफियाओं के नाम से बदनाम हो गया है विकास की न सिर्फ गति बाधित हुई बल्कि राजनीतिक उपेक्षा की शिकार जनपद की दो बड़ी औद्योगिक इकाइयां परदहां काटन मिल एवं स्वदेशी काटन मिल बंद हो गई इससे हजारों परिवारों की रोजी- छिन गई और कामगार बेरोजगारी के शिकार हो गए लेकिन 30 वर्षों से बंद इस मिल के दिन बहुरने का समय आ गया।ज्ञात हो कि इसमें औद्योगिक इकाइयों के गठन के लिए जनपद के दूसरे विकास पुरुष के रूप में अपना दर्ज करवाने वाले नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने इसकी सुधि ली और विगत नगर पालिका चुनाव में आए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इस तरफ ध्यान आकृष्ट कराया और इसकी शासन प्रशासन से स्वीकृति मिलने के बाद इस पर निर्माण कार्य शुरू हो गया है।

 84 एकड़ में कुल 500 औद्योगिक इकाइयों का होगा निर्माण। 
 
   इस औद्योगिक पार्क के निर्माण कार्य का निरीक्षण करने आए नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बताया कि कुल 84.27 एकड़ जमींन पर 500 औद्योगिक इकाइयों का निर्माण कराया जाएगा जिसमे 500 से 1000 स्क्वायर मीटर के 114 प्लाट एवं 1000 से 5000 स्क्वायर मीटर के 38 प्लाट एवं मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में कुल 350 औद्योगिक इकाइयों के लिए जगह उपलब्ध होगी। 


कुल 1 लाख करोंड़ रुपए रखा गया निवेश लक्ष्य ।
 बेरोजगार को मिलेगा रोजगार।

इस औद्योगिक पार्क में कुल 150 बड़े उद्योगों के लिए जगह उपलब्ध होगी वहीं लघु एवं मध्यम उद्ममिंयों के लिए 350 प्लाटों का आवंटन होगा जिसमें कुल औद्योगिक इकाइयों द्वारा 1 लाख करोड़ रुपए निवेश का लक्ष्य रखा गया है। एमएसएमई के अंतर्गत इससे जहां एक ओर छोटे और बड़े उद्योगों का विस्तार होगा होगा वहीं हजारों बेरोजगारों को उनकी योग्यता के अनुसार रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। 

विदेशी औद्योगिक मानक के अनुसार उद्ममिंयों को मिलेगी हर प्रकार सुविधा।

मंत्री एके शर्मा ने बताया कि यह योजना देश ही नहीं बल्कि विदेशी उद्योग नीति के अंतर्गत बनाई गई है इस औद्योगिक पार्क में उद्ममिंयों के ‌समुचित एवं निर्बाध विद्युत उपलब्ध कराने के लिए अलग से विद्युत सबस्टेशन का निर्माण कराया जाएगा वहीं रहने के लिए मल्टीस्टोरी आवास से लेकर मार्केट तथा ग्रीनफील्ड पार्क का निर्माण कराया जाएगा साथ ही उद्यमियों के लिए औद्योगिक कन्वर्सेशन हब बनाया जाएगा जिससे किसी भी कार्य के लिए उद्यमियों को कहीं बाहर भटकना न पड़े,उनकी समस्याओं का वहीं निदान हो सके।

माफियाओं को दी चेतावनी

 गौरतलब है कि इस औद्योगिक पार्क के प्रस्तावित होने से पहले इस पर माफिया मुख्तार की नजर पड़ गई थी जिसको वह अपने निजी उपयोग के लिए हथियाना चाहता था। सूत्र बताते हैं कि इसके अलाटमेंट के लिए तत्कालीन सपा सरकार में फाइल शासन तक चली गई थी परन्तु किन्हीं कारणों से मुख्तार का मंसूबा सफल नहीं हो पाया।आज जब यहां औद्योगिक पार्क के लिए शासन से बजट स्वीकृत होने के बाद निर्माण कार्य शुरू हो गया है तो इसपर स्थानीय तथाकथित माफियाओं द्वारा आस-पास के जमींन मालिकों को उकसाकर कार्य में बाधा डालने का काम करने की शिकायत लघु उद्योग मंत्री राकेश सचान ने मंत्री एके शर्मा‌ को दी जिसपर खुले मंच से एके शर्मा ने चेतावनी देते हुए कहा कि यह सरकार की जमींन है और इस पर जनहित के लिए बड़ा काम किया जा रहा है यदि कोई अवरोध उत्पन्न करने का प्रयास किया तो उसको बहुत ही गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा।