दोहरीघाट थानाक्षेत्र बना चोरों का अड्डा,रोज हो रही चोरी से क्षेत्र में दहशत
दोहरीघाट थानाक्षेत्र बना चोरों का अड्डा,रोज हो रही चोरी से क्षेत्र में दहशत
मऊ- दोहरीघाट थानाक्षेत्र इस समय चोरों का अड्डा बना हुआ है,आए दिन हौसला बुलंद चेर चोरी की घटना को अंजाम दे रहे हैं,जिससे क्षेत्र में दहशत बना हुआ है।विगत 8 अगस्त को गोंठा के वरिष्ठ पत्रकार दीनानाथ दुबे के दरवाजे से मोटरसाइकि यूपी 54एए0096 चोर चुरा ले गए।इस घटना के बाद तहरीर देने के बावजूद थानाध्यक्ष दोहरीघाट संजय सरोज मौके पर जाने की जहमत नहीं उठा पाए यही कारण है कि हौसला बुलंद चोर पुनः दोहरीघाट थाना अन्तर्गत बेलौली सोनबरसा ग्राम सभा के फुलवरिया पुरवा में चोरो ने बीती रात में तीन दलित परिवार के घरों को खंगालते हुए नगदी सहित लगभग पांच लाख के सामान पर हाथ साफ किया।घटना की सूचना मिलने पर डायल 112 मौके पर पहुंच कर तफ्तीश में जुट गई।
जानकारी के अनुसार दोहरीघाट थाना क्षेत्र के बेलौली सोनबरसा के फुलवरिया पुरवा निवासी प्रभाकर व राजेश पुत्र हनुमान व अनुप पुत्र चन्द्रिका का परिवार रविवार की रात में लगभग दस बजे भोजन के बाद सो गए। लगभग 5बजे भोर में घर की एक महिला ने देखा कि कई कमरों का दरवाजा खुला हुआ है।अनहोनी की आशंका होने पर परिजनों को जगाते हुए कमरों की तरफ गई तो देखा कि कमरों में सामान इधर उधर बिखरा पड़ा हुआ था।राजेश पुत्र हनुमान के घर से 50हजार नगद,2सोने की अंगूठी ,एक सोने की माला सहित अन्य सामान लगभग ढाई लाख गायब था।वहीं प्रभाकर पुत्र हनुमान के घर से सोने की तीन अंगूठी,सोने की दो लाकिट,एक अदद नथिया, सोने का एक अदद झूमका, चांदी का एक-एक अदद करधनी,पायजनी,माला व चूडी सहित अन्य सामान लगभग ढाई लाख का सामान गायब था।वहीं अनुप पुत्र चन्द्रिका के कमरों का दरवाजा खुला था जिसमें सामान इधर उधर बिखरा था परन्तु कोई सामान गायब नहीं था। परिजनों ने बताया कि यह चोरी की घटना को चोरों ने रविवार की रात में लगभग एक बजे से चार बजे भोर के बीच अंजाम दिया है क्योंकि परिजनों ने बताया कि परिवार के कुछ सदस्य जगे थे। परन्तु इस प्रकार की कोई घटना नहीं हुआ था।परीजनों ने इसकी सूचना डायल 112पर दिया। लगातार हो रही चोरी एवं अपराध के चलते क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है वहीं थानाध्यक्ष की शिथिलता के कारण बढ़ रहे अपराध की चर्चा भी जोरों पर है। वहीं लोगबाग कह रहे हैं जब पत्रकार की बाइक चोरी होने पर अब तक थानाध्यक्ष घटनास्थल पर नहीं गए तो आमजन का क्या हाल होगा?