जब सरकारी बाबू ही फर्जीवाड़े में लिप्त हो तो दलाल दफ्तर चलाएंगे
आरटीओ के बाबुओं का फर्जीवाड़ा चोरी की बाइक को चोर के नाम कर दिया ट्रांसफर
वाराणसी परिवहन विभाग का यह मामला आपको इनकी करतूत पर आंखें खोल देगा आखिर यह तनख्वाह किस बात की लेते हैं दलाली भ्रष्टाचार और आम जनता को लूटने के लिए…
वाराणसी।।पी एम मोदी के संसदीय क्षेत्र में भरष्टाचार का एक नया मामला वाराणसी परिवहन विभाग से सामने आया जब 6 माह पूर्व चोरी हो चुकी बाइक का फर्ज़ी कागज़ात लगाकर फर्ज़ी तऱीके से ट्रांसफर हो गया वो भी मूल वाहन स्वामी के बिना जानकारी के।
भुक्तभोगी व्यक्ति शबीहुल हसन ने बताया कि बीते वर्ष सितंबर माह में उनकी ब्लैक कलर की बाईक हीरो स्प्लेंडर जो उनके सगे भाई रियाजुल हसन पुत्र मो० हैदर के नाम रजिस्टरड है तपोवन मोहल्ला थाना रामनगर से चोरी हो गयी थी, जिसकी तत्काल सूचना डायल 112 पे गयी एवं लिखित सूचना थाने पे दे दी गयी थी साथ ही ऑन लाइन भी चोरी की सूचना दर्ज करा दी गयी थी लेकिन कहानी में नया मोड़ तब आ गया कि जब किसी परिचित ने शबीहुल हसन से कहा कि आपकी चोरी हुई बाईक up 65 BR 8648 वाराणसी के जंसा बाज़ार क्षेत्र में देखी गयी है उन्होंने वाहन पोर्टल पे चेक किया तो उनके होश उड़ गए गाड़ी किसी राजू पटेल पुत्र हरिशंकर पटेल निवासी जंसा बाज़ार के नाम आर टी ओ द्वारा ट्रांसफर कर दी गयी है,भुक्तभोगी ने जब आर टी ओ जाकर छानबीन शुरू की तो पाया कि आर आई पीयूष कुमार कार्यालय के बाबू राजेश कुमार द्वारा बाइक को फर्ज़ी तरीके से मेरे भाइ की जगह किसी अन्य व्यक्ति की फ़ोटो,हस्ताक्षर, एवं मोबाइल नम्बर डाल कर राजू पटेल पुत्र हरिशंकर पटेल जंसा बाज़ार को ट्रांसफर कर दी गयी है।
मज़े की बात ये है कि वाहन की मूल फाइल जो नया वहान खरीदते वक़्त परिवहन विभाग में बनाया जाता है वो भी ग़ायब है,बाइक ट्रांसफर करते वक़्त बाबू ने न वाहन के मूल स्वामी की फ़ोटो का मिलान किया न फ़ोन नम्बर मिलाया न ही न ही कोई पत्राचार किया।
भुक्तभोगी शबीहुल हसन ने मामले को मुख्यमंत्री, परिवहन मंत्री एवं अन्य उच्च अधिकारियों के सज्ञान में लाने की क़वायद मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पे शिकायत दर्ज कराने के साथ शुरू कर दी है,ताकि मामले में संलिप्त बाबु व अधिकारियों पर उचित कार्यवाही हो।