नई दिल्ली/ऑनलाइन डेस्क : जापान के टोक्यो में जारी ओलंपिक खेलों के 9 दिन के खेल का समापन हो चुका है और आज यानी 1 अगस्त को ओलंपिक खेलों में दसवें दिन का खेल होना है। इन 9 दिनों में भारत की झोली पदक के मामले में लगभग सूनी है, क्योंकि अभी तक भारत ने सिर्फ एक ही मेडल जीता है और वो भी रजत पदक। ऐसे में भारत को गोल्ड और कांस्य की उम्मीद होगी, लेकिन इसमें से कांस्य पदक की उम्मीद आज समाप्त हो सकती है, क्योंकि ओलंपिक खेलों में रजत पदक जीत चुकीं पीवी सिंधू आज कांस्य पदक के लिए लड़ाई लड़ेंगी।
सिंधू के पास पदक जीतने का मौका
पीवी सिंधू ने कांस्य पदक के लिए मैच में चीन की ही बिंग जियाओ के खिलाफ पहले से गेम में 21-13 से जीत हासिल की। दूसरे गेम में भी उन्होंने 15-11 की बढ़त बना ली है। बता दें कि भारतीय शटलर के पास ओलिंपिक में दो व्यक्तिगत पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनने का मौका है।
हाकी टीम ने बनाई बढ़त
कप्तान मनप्रीत सिंह की अगुआई वाली भारतीय पुरुष हाकी टीम ने ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में 1-0 की बढ़त बना ली है। बता दे कि टीम का इरादा चार दशक बाद ओलिंपिक पदक जीतने की दिशा में अगला कदम रखने के साथ उस गौरवशाली इतिहास को दोहराने का भी होगा। ओलिंपिक में भारत को आखिरी पदक 1980 में मास्को में मिला था जब वासुदेवन भास्करन की कप्तानी में टीम ने पीला तमगा जीता था। ओलिंपिक में भारत और ब्रिटेन का आमना-सामना आठ बार हुआ है और दोनों टीमें चार-चार बार जीती हैं। पिछले पांच साल में भारतीय टीम के प्रदर्शन में जबर्दस्त सुधार आया है जिससे वह विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर पहुंची। दो साल पहले कोच बने आस्ट्रेलिया के ग्राहम रीड के आने के बाद से खिलाड़ियों का आत्मविश्वास और फिटनेस का स्तर बढ़ा है। पहले दबाव के आगे घुटने टेकने वाली टीम अब आखिरी मिनटों तक हार नहीं मानती है।