जितेन्द्र जायसवाल/पिंडरा
पिंडरा। न्यायालय द्वारा 24 वर्ष पूर्व मृत ब्यक्ति के घर उसके नाम से सम्मन पहुचने से परिवार के लोग परेशान दिखे और सम्मन मिलने के बाद वकील से सम्पर्क कर न्यायालय को जबाब देने में जुट गए। बताते हैं कि फूलपुर के ग्राम प्रधान रहे आशा प्रसाद जायसवाल की 24 वर्ष की उस समय हत्या कर दी गई जब वह अपने कपड़े की दुकान पर बैठे थे तभी अज्ञात बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी थी। उसी मृत ग्राम प्रधान के परिजनों को न्यायालय में चल रहे एक मुकदमे की सुनवाई के तहत अंतिम अवसर देते हुए 16 सितम्बर तक उपस्थित होने का आदेश दिया गया। फूलपुर पुलिस के सिपाही शुक्रवार को लेकर पहुंचे। मृत ग्राम प्रधान के पुत्र जितेंद्र जायसवाल ने जब मौत का हवाला देते हुए सम्मन लेने से इनकार किया तो जबरन देकर चले गए। जिससे परिवार के लोग परेशान है। वही परिवार के लोगों का कहना था कि यह पहली बार तो सम्मन आया नही होगा। पुलिस यदि सम्मन देती और सही रिपोर्ट लगाती तो न्यायालय सम्मन जारी नही करता।