छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ के जिला मुख्यालय अम्बिकापुर में इन दिनों जादूगर सिकंदर की करतबों ने धूम मचा रखी है। दर्शकों , विशेषकर बच्चों को जादू की दुनिया खूब लुभा रही है। नए नए करतब जिसमे खासतौर पर डायनासोर की दुनिया विशेष आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। शो शुरू होते ही आकर्षक संगीत के साथ विभिन्न प्रकार की लाइटें दर्शकों का मन मोह लेती है, मानो ऐसा प्रतीत होता है कि वह किसी मायाजाल में बंध गए हों और दर्शक वही देखते हैं जो जादुगर दिखाता है। सलीम अनारकली की नाटको से भी दर्शको का खूब मनोरंजन होता है। इन सब के साथ सामाजिक संदेश जैसे बेटी बढ़ाओ, बैटी पढ़ाओ, नशा मुक्ति आदि भी देखने को मिलता है। जादूगर सिकंदर जो कि दर्शन शास्त्र में स्नातकोत्तर हैं मुख्यतः कानपुर के उन्नाव के रहने वाले हैं। इनका कहना है कि विगत 2 वर्षों में जब सारी दुनिया कोरोना महामारी से पीड़ित थी और सब कुछ बन्द था उस समय काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। आर्थिक तंगी की वजह से उनकी टीम के कई सदस्य अपने और परिवार का जीवन यापन करने के लिए अलग अलग व्यवसायों में संलिप्त हो गए थे, मगर वापस से स्थिति सामान्य होने से उम्मीद जागी है कि सब ठीक हो जाएगा।
जादूगर का कहना है कि पहले की तुलना में लोगो का रुझान इनसब चीजों की तरफ कम होता जा रहा है विशेषकर कोरोना काल के बाद जहा सारी दुनिया मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटॉप, इंटरनेट पर आश्रित हो गई है ऐसे में जादू जैसे शो की तरफ वापस खींचना बडा ही कठीन साबित हो रहा है। परंतु जादूगर और उनकी टीम को पूरा भरोसा है कि नए नए करतबों से निश्चित ही जनता का ध्यान आकर्षित होगा। परंतु सबसे दुख की बात यह है कि सरकार और प्रसाशन के द्वारा किसी भी प्रकार का सहयोग नही मिल पा रहा है। सरगुजा सदन जहा यह शो चल रहा है वहा का किराया भी निकल पाना मुश्किल हो जा रहा है। इन सभी परेशानियो के बीच 30 लोगों की टीम निरंतर प्रयास में है कि किसी भी तरह से जनता को आकर्षित कर शो तक लाया जाए और शो की रौनक बढाई जाए। 19 अप्रैल को अम्बिकापुर से शो समाप्त हो रहा है और उत्तर प्रदेश के वारणशी में अगला पड़ाव होगा।
प्रभाकर उपाध्याय
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