-द्वेष बस विद्यालय मे उगे घास व शौचालय की सफाई करवाती थी प्रधानाध्यापिका-रसोइया
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- रिन्यूअल के नाम पर पांच हजार रुपये न देने पर मुझे विद्यालय से कर दिया निष्कासन-रसोइया
- बेवा रसोइया का परिवार भुखमरी के कगार पर, निष्पक्ष जांच की मांग,
आजाद पत्र
कुशीनगर।नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र के नौरंगिया गांव के पकडीहवा टोला पर स्थित संविलियन विद्यालय में तैनात रसोइया ने प्रधानाध्यापिका पर अनेको गंभीर आरोप लगाते हुवे जिलाधिकारी व बेसिक शिक्षा अधिकारी को शिकायती पत्र सौप निष्पक्ष जांच की मांग की है।पीड़िता का आरोप है कि प्रधानाध्यापिका के मांग को पूरा नही करने और उनके बताए गए कार्यो को नही करने पर वो मानसिक रुप से प्रताड़ित भी करती है। गुरुवार को रसोइया ने तंग आकर बीएसए और डीएम को शिकायती पत्र देकर न्याय की मांग की है।
नेबुआ नौरंगिया विकास खण्ड के नौरंगिया गांव के पकडीहवा टोला निवासिनी बेवा चन्द्रावती ने गुरुवार को जिलाधिकारी और बेसिक शिक्षा अधिकारी को शिकायती पत्र देकर अवगत कराई है कि उनके पति का देहांत 18 साल पूर्व हो गया था। गरीबी परिवेश में अपना जीवन यापन करते हुवे वो विगत 13वर्षों से स्थानीय टोला पर स्थित संविलियन विद्यालय में रसोइया के पद पर नियुक्त है। आरोप है कि प्रधानाध्यापिका वन्दना श्रीवास्तव ने रिन्यूअल के नाम पर उनसे पांच हजार रुपये की मांग की थी जिसे बेवा रसोइया ने अपने गरीबी का हवाला देते हुवे उक्त धनराशि देने से इंकार कर दी तो द्वेष बस उनसे खाना न बनवाकर विद्यालय परिसर में उगे हुवे खर पतवार की कटाई और शौचालय की सफाई आदि करवाने लगी। विरोध करने पर वो उनका मानसिक उत्पीड़न भी करती रही। इन सभी कार्यो का विरोध करने और धनराशि नही देने पर वो विद्यालय आने से मना कर दी कारण पूछने पर बोली कि डीएम साहब ने विद्यालय आने से मना कर दिए है। 18 दिनों से रसोइया विद्यालय नही जा रही है। वही प्रधानाध्यापिका का कहना है कि रसोइया द्वारा लगाया गया सारा आरोप गलत है। रसोइया को विभागीय प्रकिया के तहत बाहर किया गया है इस संबंध मे जिला बेसिक अधिकारी राम जियावन मौर्य ने बताया कि उक्त प्रकरण का जांच करवा कर न्याय संगत कार्यवाही की जाएगी।