Report -Madan Sarswat Mathura

सडक पर चलते ढाबे, संचालकों की गुंडई से लोग परेशान
-खाद्य विभाग, जीएसटी विभाग और नगर निगम सब ने की आंखें बंद
Report -Madan Sarswat Mathura
मथुरा। एक तरफ जहां जिला प्रशासन व नगर निगम, मथुरा वृन्दावन में बढ़ते भीड़ के दबाव और जगह जगह लगते जाम से परेशान है, तो वहीं सड़क किनारे लगते ढावों ने लोगों का सड़क पर चलना भी दूभर कर रखा है। जगह जगह अवैध ढाबे खुल गये हैं जो कि सड़क पर ही लोगों को कुर्सी डाल कर खाना खिलाते हैं। जिसके कारण सड़कें भी सिकुडती जा रही हैं। वहीं इन ढाबों पर मिलने वाला खाना गुणवत्ता पर भी जिम्मेदारों का ध्यान नहीं है। न नगर निगम का ध्यान इस ओर है, न खाद्य विभाग ऐसे ढाबों की नियमित जांच ही करता है। स्थानीय पुलिस की मिली भगत से ढाबा करोवार खूब फल फूल रहा है। मथुरा जंकषन स्टेषन से पंजाबी पेच तक सड़क पर ढाबे खुले हैं, सड़क पर खुले में ही लोगों को कुर्सी टेबिल डाल कर खाना खिलाया जा रहा है। खाने की गुणवत्ता की षिकायत परदेषी द्वारा आय दिन की जाती है। षिकायत करने पर ग्राहक को ढाबा संचालक द्वारा गाली गलोज करके वहां से भगा दिया जाता है। झगड़ा ज्यादा बढ़ता संचालक उल्टे पुलिस बुलाने और पुलिस से सेटिंग होने की धमकी देते हैं। आधी से ज्यादा सड़क घेर कर सड़क पर ही लागों को बिठाकर खाना परोसा जा रहा है। इसके यहां न तो खाद्य विभाग का कोई अधिकारी आता है, न ही पुलिस इससे कुछ कहती है। यहां आने वाले यात्री परदेषी खाना खाने के वाद दी गई रकम की रसीद की मांग करते हैं जिसको लेकर आयदिन झगड़े होते देखे जा सकते हैं। खाद्य विभाग को न तो यहां मानकों के अनुसार साफ सफाई दीखती है, न जीएसटी विभाग को यहां होने वाली मोटी कमाई पर कोई बिल दिया जा रहा है या नहीं यह दीखता है, न ही नगर निगम को यह दीखता है कि सड़क पर किस तरह से अवैध कब्जा करके ढाबा चलाया जा रहा है।