
● 16 से 31अक्टूबर तक चलेगा दस्तक अभियान
● जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई जिला टास्क फोर्स की बैठक
● क्षय रोग, कुष्ठ रोग, कालाजार एवं फाइलेरिया के लक्षणयुक्त मरीजों की पहचान पर भी रहेगा ज़ोर
बलिया, 22 सितंबर 2023।
जनपद में तीन से 31 अक्टूबर तक संचारी रोग नियंत्रण माह मनाया जाएगा और इसी बीच 16 से 31 अक्टूबर तक दस्तक अभियान चलाएगा। इसको लेकर गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी रविंद्र कुमार की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स की बैठक संपन्न हुई।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि सभी विभाग निर्धारित समय में अपनी कार्य योजना प्रस्तुत करें, साथ ही उन्होंने कहा कि संचारी रोगों को दृष्टिगत रखते हुए सभी विभाग तत्परता से प्रचार -प्रसार एवं निरोधात्मक गतिविधियां संपादित कराए, संचारी अभियान का इंतजार न करें। उन्होंने नगर विकास विभाग, पंचायती राज विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि आपसी समन्वय के साथ संचारी रोग नियंत्रण अभियान संबंधित गतिविधियां पूरी तत्परता से कराए। सभी अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित किया कि संचारी अभियान का इंतजार न करते हुए साफ- सफाई, जल निकासी, फागिंग एवं एन्टी लार्वा स्प्रे सघन रूप से संपादित कराए।
वेक्टर बॉर्न के नोडल अधिकारी डॉ. अभिषेक मिश्रा ने बताया कि इस अभियान में संचारी रोग जैसे डेंगू, मलेरिया, दिमागी बुखार आदि के साथ ही क्षय रोग, कुष्ठ रोग, कालाजार एवं फाइलेरिया के लक्षणयुक्त मरीजों को भी चिन्हित करने पर जोर रहेगा। उन्होंने बताया कि 16 से 31 अक्टूबर तक संचारी रोगों की रोकथाम के लिए चलने वाले दस्तक अभियान में आशा कार्यकर्ता और आगंनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि संचारी रोगों के प्रति जागरूक करेंगी। इसके साथ ही लक्षण युक्त व्यक्तियों का नाम, पता एवं मोबाइल नंबर सहित संपूर्ण विवरण ई- कवच पोर्टल पर अपलोड करेंगी। इनमें बुखार के रोगियों की सूची, आई एल आई (इनफ्लुएंजा लाइक इलनेस) रोगियों की सूची, क्षय रोग के लक्षण युक्त व्यक्तियों की सूची, कुष्ठ रोग तथा फाइलेरिया एवं कालाजार रोगों के लक्षणयुक्त व्यक्तियों की सूची, कुपोषित बच्चों की सूची शामिल होगी । साथ ही क्षेत्रवार ऐसे मकानों की सूची तैयार कर एएनएम को उपलब्ध कराएंगी जहां घरों के भीतर मच्छरों का प्रजनन पाया गया हो । ।
इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास, पंचायती राज, पशुपालन विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, दिव्यांग जन कल्याण विभाग, कृषि एवं सिंचाई विभाग सहित अन्य विभाग समन्वय बनाकर कार्य करेंगे। स्वास्थ्य विभाग अभियान का नोडल विभाग रहेगा।
जिला मलेरिया अधिकारी सुनील कुमार यादव ने बताया कि माइक्रोप्लान के अनुसार अभियान में घर-घर भ्रमण के दौरान आशा-आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संक्रमण से बचने व बुखार होने पर “क्या करें, क्या न करें” का प्रत्येक प्रमुख स्थान पर प्रचार-प्रसार के लिए होर्डिंग, बैनर, पोस्टर आदि के माध्यम से लोगों को जागरूक करेंगी।
जिला मलेरिया अधिकारी ने जनमानस से अपील की है कि सभी अपने घर के आस पास साफ सफाई रखें,जल जमाव न होने दें,कूलर, फ्रिज की ट्रे का पानी सप्ताह में बदलते रहें,जल पात्रों जैसे मटका, टब,बाल्टी,ग्लास , ड्रम,टंकी ,टायर आदि में भी पानी न एकत्र होने दें,अनावश्यक जल पात्रों को निष्प्रयोज्य कर दें। रुके हुए पानी में जला हुआ मोबिल ऑयल ,या लार्वा नाशक रसायन डालें,मच्छर दानी का प्रयोग करें,पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें,खुले बदन न सोएं,कोई भी बुखार घातक हो सकता है अतः बुखार की स्थिति में तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर अपनी जांच इलाज कराएं,बुखार की स्थिति में अधिक से अधिक तरल पदार्थों ,शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत करने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें,पूरी तरह आराम करें, ओ आर एस घोल का प्रयोग करें,बाहर की चीजों का सेवन न करें,कुछ भी खाने से पहले साबुन से हाथ धोएं। इन संदेशों का जन-जन तक पहुंचाएं- इन संदेश को जन-जन तक पहुंचाएँ –
जल जमाव होगा जहां
मच्छर पैदा होंगे वहां ।।
हर रविवार मच्छर पर वार
लार्वा पर प्रहार
हम सबने यह ठाना है,
संचारी रोग मिटाना है।
इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रवीण वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जयन्त कुमार, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी एवं संबंधित विभाग के अधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।