साहब पर अपने वाहन में लेकर घूम रहे प्राइवेट व्यक्तियों द्वारा वसूली कराने का आरोप
लखीमपुर खीरी । योगी सरकार में जहां जीरो टारलेंस् की नीति पर काम हो रहा है वहीं भ्रष्टाचारी अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई हो रही है और भ्रष्टाचारी अधिकारियों में भय का माहौल है वही लखीमपुर परिवहन कार्यालय में अभी चंद कुछ दिनों पहले ही वीडियो वायरल होने के कारण कुछ कर्मचारी निलंबित किए गए थे परंतु बेखौफ नवागत आए यात्री कर अधिकारी कौशलेंद्र यादव की मनमानी संदिग्ध रवैया के चलते व्यक्तिगत वाहन चलाने वाले लोगों में आक्रोश पैदा कर रखा है सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार कौशलेंद्र यादव अपने साथ निजी प्राइवेट लोगों को लेकर वसूली के लिए निकलते हैं और मंशा पूरी न होने पर नियम विरुद्ध चालान कर देते हैं भले ही कोई व्यक्ति अपनी पत्नी वह परिवार के साथ जा रहा होता हो भले ही वाहन बनने के लिए खड़ा हो चाहे वह दवाई लेने जा रहा हो फिर भी साहब अपनी मंसा पूरी न होने पर चालान कर देते हैं जबकि नियम विरुद्ध चल रही बसे व पेडेड वाहन धड़ल्ले से निकल रहे जबकि निर्दोष वाहन मालिक परेशान है निर्दोष वाहंन मालिक यदि प्रशासन से गुहार लगाते हैं यह फिर पीटीओ साहब को समझ लेते हैं तो वह चालान में समझौता कर लेते हैं दोनों ही सूरत में चालान की रकम कम कर देते हैं प्रश्न यह उठता है कि आखिर व्यक्तिगत वाहन से यह व्यक्तिगत लोगों के साथ व व्यक्तिगत ड्राइवर के साथ कौशलेंद्र यादव आखिर क्यों जाते हैं क्यों सरकार की दी गई गाइडलाइन को पूरा नहीं करते क्या उनके लिए मायने नहीं रखते क्या वह अपने उच्च अधिकारियों के दबाव में नहीं है यह फिर जो जनता उन पर वसूली का आरोप लगा रही है कहीं वह सही तो नहीं और यह सही है यह नही जिसकी बानगी भर देखने को आरटीओ कार्यालय में मिली जहां पर शुक्रवार दर्जनों शिकायतकर्ता एआरटीओ के पास शिकायत लेकर पहुंचे क्या शिकायतकर्ताओं की शिकायत सही है जिसके फल स्वरुप कौशलेंद्र यादव पर लगाएं आरोप सही है यदि कुछ अनुचित होता है तो इसकी जिम्मेदारी ए आरटीओ आलोक सिंह की होगी क्योंकि लखीमपुर परिवहन कार्यालय की समस्त जवाब देही उनकी है अब देखना यह होगा की एआरटीओ आलोक सिंह ऐसे भ्रष्ट लोगों पर क्या कार्रवाई करते जो भविष्य के गर्भ में है।