बिजली विभाग की कार्यप्रणाली से ग्रामीण भुगत रहे खामियाजा।
भांवरकोल। गत दिनों आए चक्रवाती तूफान के दौरान बिजली आपूर्ति हेतू लगे खंम्भे तार आदि धराशाई होने से बिजली आपूर्ति की स्थिति अभी तक पटरी पर नहीं लौटी है। वहीं दूसरी तरफ क्षेत्र के विभिन्न गांवों में आए दिन बिजली ट्रांसफार्मरों के जलने से क्षेत्रवासियो को काफी दुश्वारियों से रूबरू होना पड़ रहा है। क्षेत्र के ब्लॉक मुख्यालय पर पिछले एक पखवारे बाद ट्रांसफार्मर बदला गया। लेकिन एक सप्ताह बाद ही पुनः जल जाने से जहां विकास कार्यों के क्रियान्वयन ठप हैं वहीं ब्लॉक में आने वाले फ्ररियादयों को बैरंग लौटना पड़ रहा है। दूसरी तरफ ब्लॉक मुख्यालय पर बिजली के अभाव में आवासीय कस्तूरबा विद्यालय के अंत:वासी छात्राओं एवं शिक्षकों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उपर से मौसम की बदमिजाजी एवं अवर्षण की स्थिति के बीच उमस एवं भीषण गर्मी से ग्रामीण हलकान नजर आ रहे हैं।हालत यह है कि शासन प्रशासन के फरमान का कहीं भी बिजली विभाग के उच्चाधिकारियों पर कोई असर नहीं दिख रहा है। हालत यह है कि स्टोर में आधा अधूरा मरम्मत कार्य का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। इसकी बानगी देखिए अभी एक पखवारे से शेरपुर खुर्द गांव में जला100 केबीए का ट्रांसफार्मर लगाया गया। जिसमें सप्लाई जोड़ते ही वह जल गया।इसी तरह क्षेत्र के लोचाईन गांव में हाल ही में लगा 65 केबी का ट्रांसफार्मर जल गया, जिसके चलते ग्रामीणों को पेयजल आदि कार्यों के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.करईल क्षेत्र के श्रीपुर मुंडेरा गांव में ये समस्या आये दिन हो गया है, हलकी हवा और बारिश हुई नहीं की खैराबरी फीटर बंद और गांव वाले परेशान. लाइनमैन कहने लगते है की मेंन लाइन फाल्ट है… अबतो गांव वाले भी कहते की भांवरकोल की विद्युत सप्लाई भगवान भरोसे है. इसके अलावा पेयजल की समस्या के साथ ही साथ आटा चक्की भी ठप है। बहरहाल बिजली विभाग के स्टोर में मरम्मत कार्य में गुणवत्ता में लगातार हो रही गिरावट का खामियाजा क्षेत्रवासियो को भुगतना पड़ रहा है।इस सम्बन्ध में विभाग के मुहम्मदाबाद एसडीओ सत्यम तिवारी से सम्पर्क किया गया तो उनका मोबाइल घंटी बजने के बावजूद फोन नहीं रिसिव कर रहे हैं। जिससे ग्रामीणों में बेहद रोष है।