देवप्रकाश राय का प्रयास लाया रंग
मऊ- लंबे समय की जद्दोजहद के बाद आखिरकार मऊ जिले के लिए सरदर्द बनी बालनिकेतन फाटक पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 99 करोड़ 62लाख 63हजार रुपया स्वीकृत कर दिया है। इससे मऊ की जनता में खुशी की लहर दौड़ गई है बताते चलें कि जनपद मऊ के सृजनकर्ता कल्पनाथ राय ने उस समय चार ओवरब्रिज दिया यह वह समय था जब जनपद स्तर पर प्रदेश में अव्वल था। विकास पुरुष कल्पनाथ राय के देहावसान के बाद जितने भी सांसद विधायक थे विकास की बात नहीं की और अपनी जेब भरने का काम किया जनप्रतिनिधियों की इसी उदासीनता के कारण जनपद के लिए कोढ़ बनी इस रेलवे क्रासिंग की बात किसी सत्ताधारी नेता ने नहीं उठाई। समय बीता जनपद में किसान नेता के रूप में पहचान रखने वाले देवप्रकाश राय ने सत्ता से लेकर कोर्ट तक लगातार 10 साल तक इसके लिए लड़ते रहे आज जब मुख्यमंत्री ने लगभग 100 करोड़ रुपया स्वीकृत होने के बाद जहां एक तरफ किसान नेता देवप्रकाश राय के लिए गर्व की बात है वहीं इस लड़ाई ने यह साबित कर दिया कि बिना किसी पद प्रतिष्ठा पर रहते हुए भी यदि आम ब्यक्ति भी सार्थक मुद्दे की बात यदि करे और इसकी लड़ाई लड़े तो निश्चित रूप से उसको सफलता मिल सकती है।बताते चलें कि इस ओवरब्रिज के बनने से जहां एक ओर मऊ कस्बे के लोगों को जहां एक ओर राहत मिलेगी वहीं दूसरी ओर न सिर्फ मऊ शहर को जाम से भी निजात मिल सकेगा बल्कि आने वाले समय में मऊ के विकास में एक नया अध्याय जुड़ जाएगा और निश्चित रुप से इस अध्याय में कल्पनाथ राय के साथ देवप्रकाश राय का नाम भी जुड़ जाएगा जो बिना पद पर रहते हुए भी इतने बड़े प्रोजेक्ट को स्वीकृत कराने में बड़ा योगदान है।