शुभम वाधवानी/अयोध्या : श्री राम जन्मभूमि मंदिर को जोड़ने वाले तीन पथों में से एक राम जन्मभूमि पथ को कल यानी रविवार को दर्शन के लिए खोल दिया गया। ट्रस्ट के महासचिव श्री चंपत राय ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बेहद खूबसूरत और करीब 100 फीट चौड़े, 800 मीटर लंबे इस मार्ग से दर्शन शुरू होने से बड़ी संख्या में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को आराम से दर्शन की सुविधा मिलेगी।

इस मार्ग को सुंदर बनाने के लिए खूबसूरत डिजाइन की टाइल्स, डिजाइन स्ट्रीट लाइटें लगाई गई हैं। यह पथ बिड़ला मंदिर के आगे सुग्रीव किला और अमांवा मंदिर को जोड़ते हुए राम जन्मभूमि मंदिर को जोड़ता है। इस पथ से गुजर रहे यात्रियों को रामायणकाल की अनुभूति हो इस भावना के साथ निर्मित किया गया है।

जन्मभूमि मार्ग पूरी तरह राम मय बनाया गया है. इस मार्ग पर अनेकों प्रकार की सुविधाएं भी दी जाएंगी. साथ ही भक्ति पथ का भी निर्माण कार्य बहुत ही जल्द पूरा कर लिया जाएगा और सबसे लंबा जो पथ है वह राम पथ है. इसका भी निर्माण कार्य 3 से 4 महीने में पूरा कर लिया जाएगा यानी कि दीपोत्सव और भगवान राम लला को उनके गर्भ ग्रह में विराजमान होने से पहले इन सभी मार्ग के कार्य को पूरा कर लिया जाएगा.

इसी जन्मभूमि पथ से राम भक्त कम दूरी तय करके अपने आराध्य प्रभु श्री राम का दर्शन पूजन कर सकेंगे. पहले हनुमानगढ़ी हो करके राम जन्मभूमि मार्ग यानी कि अमावा मंदिर के पास भारी-भरकम भीड़ से होकर के राम भक्तों को रामलला का दर्शन करना पड़ता था लेकिन अब राम भक्तों के लिए जन्मभूमि पथ शुरू कर दिया गया है