रिपोर्ट -मदन सारस्वत मथुरा

मथुरा। 13 जुलाई को आझई रोड पर स्थित मंजील एबोर्ड पर सुरक्षा गार्ड मोती की चाकुओं से गोद कर हत्या करने वाले दो अभियुक्तों को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद 28 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया। गोली लगने से दोनों आरोपी घायल हुए हैं। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस का दावा है कि ये लोग भाडे पर हत्या करने वाले गैंग के सदस्य हैं। इनके कब्जे से हत्या की घटना में प्रयुक्त मोटर साइकिल, तमंचा, कारतूस व खोखा कारतूस बरामद किये गये हैं। गैंग के सदस्य सुमित यादव पुत्र सत्यपाल यादव निवासी केवल पार्क आजादपुर थाना आदर्श नगर नॉर्थ वेस्ट दिल्ली, गुरमित पुत्र धन सिंह चुडा निवासी गांव सुरुरपुर थाना बागपत जिला बागपत तथा नितिन पुत्र गोपी निवासी झुग्गी नीयर एमएल स्कूल नरेला नॉर्थ वेस्ट दिल्ली के नाम भी घटना के संबंध में प्रकाश में आये हैं, जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं। कल्लू उर्फ आहील पुत्र असलम निवासी कस्बा खेखडा थाना खेखडा जिला बागपत तथा सुमित पुत्र जयकुमार निवासी लालपुर थाना पलवल जिला पलवल हरियाणा को जैंत से चौकी आझई की तरफ जाने वाले रोड पर हुई पुलिस मुठभेड़ में गोली लगने से घायल होने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। रिवार्डिड टीम प्रभारी अजय वर्मा के मुताबिक मंजील अबोर्ड में पार्टनर सुमित यादव ने गैंग लीडर गुरमित को सुरक्षा गार्ड मे मोती को मरवाने के लिए भाडे पर तय किया था। हिस्से में 50-50 हजार आये थे। गुरमीत ने मोती की रेकी की थी और बताया था कि मोती, सुमित यादव की प्रॉपर्टी को बेचने में अड़चन पैदा करता है और इसका कुछ दिन पहले किसी लडके से झगडा हुआ है तो उसको चाकूओं से उसी जगह मारना था जहां पर उसने लडके के जांघ पर डंडे मारे थे तो पुलिस का शक उसी की तरफ जायेगा। तब गुरमित और सुमित यादव के कहने पर नितिन के साथ जाकर सुरक्षा गार्ड मोती को चाकूओं से गोदकर उसकी हत्या कर दी थी ।