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Wednesday, October 4, 2023

कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने किया स्ट्रोक अवेयरनेस बाइसिकल रैली का उद्घाटन

शौर्य न्यूरोलॉजी द्वारा आयोजित हुआ स्ट्रोक अवेयरनेस बाइसिकल रैली

वाराणसी। कैन्ट के विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने किया शौर्य न्यूरोलॉजी सेन्टर की 14वीं वर्षगांठ पर अग्रिम अस्पताल, रविन्द्रपुरी से सिगरा तक आयोजित “स्ट्रोक अवेयरनेस बाइसिकल रैली” का उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात सौरभ श्रीवास्तव रविंद्रपुरी से सिगरा तक स्वयं भी साइकिल चला कर गए और सबसे पहले सिगरा स्थित शौर्य न्यूरोलॉजी सेंटर पर पहुंचे। विधायक सौरभ श्रीवास्तव के साथ न्यूरोलॉजी के प्रख्यात चिकित्सक डॉ अविनाश चंद्र सिंह, डॉ एसएस बेहरा, डॉ कुमार उत्सव, डॉ अपूर्व आदि अनेक प्रख्यात चिकित्सक रैली में भाग लिये। साइकिल रैली का उद्देश्य लोगों में हृदय के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना था।

इस अवसर पर विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने लोगों से अपील किया कि “प्रतिदिन व्यायाम अवश्य करें। अपने आसपास के स्थानों तक की यात्रा पैदल अथवा साइकिल से करें। जिससे शरीर और ह्रदय दोनों स्वस्थ रहेगा।”

सौरभ श्रीवास्तव, कैंट विधायक,

रैली समापन पर वरिष्ठ मस्तिष्क रोग विशेषज्ञ और अग्रिम न्यूरोसाइंसेज के डायरेक्टर डॉ. अविनाश चंद्र सिंह ने बताया कि विगत 14 वर्ष पहले मैंने अपनी मेडिकल शिक्षा खत्म करने के बाद दिनांक 9 फरवरी 2009 को शौर्य न्यूरोलॉजी सेंटर का की शुरुआत की इन 14 वर्षों में ब्रेन स्ट्रोक यानी मस्तिष्क आघात से बचाव में जागरूकता को बेहद अहम समझता हूँ, जागरूकता से मरीज को लकवा ग्रस्त होने से बचाया जा सकता हैं। स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ाने में मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग, मोटापा, तनाव, धूम्रपान, तंबाकू के उपयोग के साथ जीवन शैली में आएं बदलाव हैं।

ब्रेन स्ट्रोक– यह बीमारी धीरे-धीरे हमारे यंग पॉपुलेशन को अपना निशाना बनाती जा रही है। ब्रेन स्ट्रोक एक ऐसी स्थिति है, जिसमें लापरवाही बरतने से बुरा अंजाम भुगतना पड़ सकता है। यह लापरवाही जिंदगीभर के लिए आपको लकवाग्रस्त बना सकती है। अगर आप स्ट्रोक पड़ते ही F.A.S.T अपना लेते हैं, तो ब्रेन स्ट्रोक के प्रभाव को कम किया जा सकता है।

स्ट्रोक के प्रमुख लक्षणों को FAST शब्द के साथ याद रखा जा सकता है:

F – फेस (face) – जब वे मुस्कुराते हैं तो वे अपने चेहरे को एक तरफ झुकते हुए देख सकते हैं।

A – आर्म्स (arms) – दोनों हाथों को ऊपर उठाने पर उन्हें एक हाथ में कमजोरी का अनुभव हो सकता है।

S – स्पीच (speech) – बोलने मे हकलाहट हो सकती है , या व्यक्ति बोलने में असमर्थ हो सकता है।

T – टाइम (time) – ऐसा होने पर तुरंत नजदीकी अस्पताल जाएं। समय की बर्बादी से बचने के लिए ऐसे केंद्र पर जाना जरूरी है, जहां CT स्कैन और स्ट्रोक उपचार की सुविधा उपलब्ध हो।

टीम अग्रिम हॉस्पिटल, वाराणसी

जागरूकता रैली के आयोजन में डॉ. एस एस बेहरा, डॉ. कुमार उत्सव, डॉ. श्वेता सिंह, डायरेक्टर अग्रिम ऑपरेशन्स संजय कुमार, पंकज सिंह (अग्रिम एडमिनिस्ट्रेटर) के साथ अन्य चिकित्सक व अग्रिम हॉस्पिटल और शौर्य न्यूरोलॉजी सेंटर के सभी कर्मचारी ब्रेन स्ट्रोक जागरूकता रैली का हिस्सा बने।

Script Edited by Umashankar Upadhyay

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