मऊ- जनपद मऊ के बडरांव ब्लाक अंतर्गत मादी सिपाह में मां कोयल मर्यादा भवानी के धाम तक जाने के लिए रास्ते को ठेकेदारों द्वारा बीच से खोद दिया गया है तथा छोड़कर भाग गए हैं। बताते चलें कि मां कोयल मर्यादा भवानी तक जाने के लिए कोई रास्ता नहीं था स्थानीय निवासियों के भूमिधरी से होकर यह रास्ता निकलता था जो विवादित था। जिसपर पर्यटन विभाग ने धन स्वीकृत कर दिया तथा कार्यदायी संस्था के रूप में ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ने विगत वित्तीय वर्ष में इसका टेंडर कराकर तत्कालीन विधायक एवं मंत्री दारा चौहान ने इसका शिलान्यास कर दिया। चुंकि एक वित्तीय वर्ष बीतने के बाद समय से काम न होने के कारण दूसरे वित्तीय वर्ष में दुबारा बांड को नवीनीकृत कराना पड़ता है। परंतु ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ने बिना बांड नवीनीकृत कराए ही काम शुरू करा दिया था। जिसकी शिकायत होने पर ठेकेदार रास्ते को बीच से खोदकर, छोड़कर भाग गए जिससे श्रद्धालुओं को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
अवैध वाहन स्टैंड बनाकर हो रही जबरदस्ती वसूली
वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोगों द्वारा श्रद्धालुओं से जबरदस्ती टैक्सी स्टैंड के नाम पर वसूली की जा रही है बताते चलें कि इस सरकार में भ्रष्टाचार विरोधी जीरो टॉलरेंस पर काम करते हुए किसी भी स्टैंड को अवैध घोषित किया हुआ है। परंतु फिर भी यहां के स्थानीय लोगों ने अपनी निजी जेब भरने के लिए जबरदस्ती श्रद्धालुओं से पैसा वसूल रहे हैं। तथा पूछने पर बताते हैं कि यह पैसा मंदिर के विकास कार्य में लगाया जाएगा परंतु जब इसकी सच्चाई का पता लगाया गया तो पता चला कि यहां पर स्थानीय लोगों द्वारा रस्सी बांधकर वाहनों को जबरदस्ती उसमें घुसाकर उनसे पैसा वसूलने का काम किया जा रहा है। तथा पटरी पर दुकान लगाकर अपना जीविकोपार्जन करने वाले गरीब दुकानदारों से भी अवैध वसूली की जा रही है। ु इससे स्थानीय लोगों एवं श्रद्धालुओं में काफी रोष उत्पन्न है बताते चलें कि मां कोयल बार याद भवानी का मंदिर बहुत ही सिद्ध है तथा यहां पर प्रतिदिन श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है ऐसे में स्थानीय लोगों एवं प्रशासन की लापरवाही के कारण यह मंदिर दुर्व्यवस्था का शिकार हो गया है।
पुलिस की भूमिका संदिग्ध
यही नहीं स्थानीय पुलिस की भूमिका भी यहां संदिग्ध नजर आ रही है क्योंकि आए दिन यहां चेन स्नेचर की शिकायत होती रहती है अब तक सैकड़ों श्रद्धालु इसके शिकार हो चुके हैं।और इसकी रिपोर्ट भी स्थानीय पुलिस चौकी पर किए हैं।हो रही चोरी की घटना के मद्देनजर मंदिर प्रबंधन द्वारा सीसीटीवी कैमरा लगवाया गया है लेकिन पुलिस इतना भी मशक्कत नहीं करती है कि कैमरे से फुटेज निकलवाकर कार्यवाही कर सके। पुलिस की यह कार्यशैली उसकी निष्ठा पर सवाल खड़ा करती है।