कमरतोड़ सड़क से जल्द ही मिलेगी निजात! जिलाधिकारी ने ठेकेदार को जेल भेजने की दी चेतावनी
मऊ से इटौरा तक एफडीआर तकनीक से निर्मित होने वाली सड़क का जिलाधिकारी द्वारा किया गया निरीक्षण।
अभी तक कार्य प्रारंभ न होने पर जताई कड़ी नाराजगी,कल से कार्य प्रारंभ न करने पर ठेकेदार को जेल भेजने की दी चेतावनी।
मऊ- प्रदेश में चल रही डबल इंजन की सरकार विकास दर विकास करने का दावा जरूर करती है।परंतु सरकार के 6 साल बीतने के बाद अभी तक विकास का रथ गांव की पगडंडियों तक नहीं पहुंच पाया है। बताते चलें कि सिक्स लेन एवं फोरलेन की सड़कों का निर्माण तो जरूर हो रहा है लेकिन ग्रामीण स्तर पर लिंक रोड इस स्तर के खराब हो चुके हैं की उस पर चलने के बाद अच्छे खासे आदमी को भी न्यूरो की बीमारी हो सकती है। जिसमें सलाहाबाद मोड़ से लेकर इटौरा तक तथा बरलाई रोड एवं रतनपुरा रोड आदि सड़के वर्षों से बेहद जर्जर हालत में हो चुकी हैं।इसी क्रम जिलाधिकारी अरुण कुमार ने सक्रियता दिखाते हुए आज एफडीआर तकनीक से बनने वाली मऊ सलाहाबाद होते हुए इटौरा तक की सड़क का निरीक्षण किया।अभी तक इस सड़क पर मिट्टी का कार्य 70% ही पूर्ण हुआ है, जबकि इस कार्य को प्रारंभ करने की तिथि 6 अक्टूबर 2022 एवं कार्य समापन की तिथि 5 अक्टूबर 2023 है। परंतु अभी तक कार्यदाई संस्था द्वारा सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ ना होने पर जिलाधिकारी ने कार्यदाई संस्था के अधिकारी को कड़ी फटकार लगाते हुए मेसर्स प्रकाश कंस्ट्रक्शन निजामुद्दीनपुरा मऊ के ठेकेदार को कल से सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ न करने पर जेल भेजने की चेतावनी भी दी। इस परियोजना की कुल लागत 13 करोड़ 75 लाख है।जिसमें 5 वर्ष का अनुरक्षण भी शामिल है। इस सड़क की कुल लंबाई 12 किलोमीटर है।उक्त मार्ग का यूपीआरआरडीए के दिए गए निर्देशों के क्रम में सैंपल कलेक्शन कराते हुए जेएमएफ डिजाइन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। मार्ग पर 100 मीटर के ट्रायल पैच का कार्य 25 मई को प्रारंभ होना था, परंतु अभी तक उस पर कार्य प्रारंभ नहीं हो पाया, जिसके दृष्टिगत जिलाधिकारी ने संबंधित ठेकेदार को कड़ी चेतावनी देते हुए कल से कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए।इस दौरान पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडेय,कार्यदाई संस्था के ए०ई०, लोक निर्माण विभाग के ए० ई०,संबंधित कंस्ट्रक्शन कंपनी के ठेकेदार मौके पर मौजूद रहे। बताते चलें कि यह सड़क अत्याधुनिक तरीके से बननी है जिसमें कम लागत एवं कम समय में यह सड़क तैयार होगी जिसके लिए विदेशी मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा।इस संबंध में ठेकेदार का कहना है मशीन आ चुकी है नई तकनीक का होने के कारण उसकी सेटिंग होने में विलंब हो रहा है।बहरहाल उम्मीद की जा रही है कि वर्षों से कमरतोड़ इस सड़क से जल्दी ही निजात मिलने की उम्मीद है।
