कुशीनगर से अनिल राय की रिपोर्ट


एपीआई न्यूज एजेंसी
कुशीनगर। जनपद के रामकोला थाना क्षेत्र के माघी मठिया गांव में बुधवार दिन दोपहरी में लगी आग से पक्के मकान में सो रहे आधा दर्जन के करीब लोगो की मौत हो गई।हृदयविदारक इस घटना का जिलाधिकारी सहित पुलिस अधीक्षक ने जायजा लिया व आवश्यक निर्देश दिए।
रामकोला थाना क्षेत्र के माघी मठिया निवासी शेर मोहम्मद पैर से दिव्यांग है। वह ऑटो चलाकर परिवार का भरण पोषण करता है। रोज की तरह बुधवार को भी शेर मोहम्मद ऑटो लेकर निकल गया। घर में उसकी 30 वर्षीय पत्नी फातिमा, 13 वर्षीय बेटी कुलसुम , 6 वर्षीय रोकई, 4 वर्षीय आयशा , दो वर्षीय अमीना व दो माह की खतीजा घर मे मौजूद थीं। दोपहर में तेज , हवा चलने के दौरान सभी घर के अंदर सो रहे थे। घर के बाहर झोपड़ी डाल रखी थी। दोपहर बाद करीब तीन बजे इसी झोपड़ी में अज्ञात कारणों से आग लगी। आग की लपटें झोपड़ी को निकलने के बाद पक्के मकान में वहां तक पहुंच गयीं, जहां सभी सो रहे थे। जब तक उनकी नींद खुलती तब तक सभी आग में बुरी तरह से घिर चुके थे। चीख-चित्कार सुनकर आस पास के लोग जुटे। पंपिंग सेट चलाकर आग पर पानी फेकने का क्रम शुरू हुआ। जब तक आग पर काबू पाया जाता, तब तक फातिमा व उसकी बेटियां रोकई, आयशा, अमीना व खतीजा की जलकर मौत हो चुकी थी जबकि दादा-दादी की मौत जिला अस्पताल में हुई है। गंभीर रूप से झुलसे शफीक, मोतीरानी व बच्ची कुलसुम का इलाज जिला अस्पताल मे चल रहा है। दिल दहला देने वाली घटना की सूचना पाकर जिलाधिकारी रमेश रंजन, पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल घटना स्थल पर पहुचकर स्थित का जायजा लिया।जिले में पक्के आवास के सामने झोपड़ी डाल पी एम आवास योजना की चाह एक चलन सा हो गया है। डीएम ने सभी मृतकों को चार चार लाख रुपया मुआवजा देने की घोषणा की है।
बदहवास है शेर मोहम्मद
घर आग लगने की खबर सुनकर कुछ देर बाद आटो लेकर मौके पर पहुचा शेर मोहम्मद पत्नी व बच्चों की मौत का दुखदायी खबर सुनकर बदहवास हो गया। उसे कुछ समझ मे नही आ रहा था कि वह क्या करे। वह दहाड़े मार-मार कर रोने लगा। ग्रामीणों ने उस किसी तरह संभाला।