अमिला। बढ़ती गर्मी के साथ प्रदेश के कई जिलों में अगलगी की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है। ताजा मामला मऊ जिले के अमिला से जुड़ा है। जहां भूसा बनाने वाली मशीन से निकली चिंगारी की चपेट में आने से करीब 20 बीघे खेत में लगी गेहूं की फसल जल कर खाक हो गई।अमिला नगर पंचायत क्षेत्र की इस घटना के बारे में अमिला नगर पंचायत निवासी वरिष्ठ पत्रकार विमल कृष्ण राय, अखिलेश राय, मिथिलेश राय, अभय राय संजू, दीपक गुप्ता, कुबेर गुप्ता, अखिलेश राय, वीरेंद्र सिंह, वर्जन सोनकर, डा. रामजतन, समेत बड़ी तादाद में लोगों ने बताया कि उन्हें भी घटना की जानकारी मिली है। इस घटना में सुधीर राय, शिवम राय और नितिन राय के खेत में गेहूं जलने से लाखों का नुकसान हुआ है। इन लोगों ने स्थानीय लोगों के प्रयास से आग पर काबू पाने की पुष्टि करते हुए प्रशासन से पीड़ित खेत मालिकों को मुआवजा देने की मांग की है।
खेत तक नहीं पहुंच पाई फायर ब्रिगेड की गाड़ी
किसानों का आरोप है कि घटना की सूचना फायर विभाग को दी गई। करीब 20 बीघा फसल जल गया तो खेत से दूर फायर विभाग की गाड़ी पहुंची। लेकिन खेत तक गाड़ी नहीं पहुंच पाई। इस बात को लेकर किसान आक्रोशित नजर आए। हालांकि बड़ी तादाद में ग्रामीण और अमिला चौकी की टीम इकट्ठा होकर भीषण आग पर काबू पाए।
मुआवजे की आस में बैठे किसान
मामले पर जानकारी देते हुए घोसी एसडीएम सुरेश कुमार ने बताया कि गेहूं के खेत में आग लगने का मामला सामने आया है। तहसीलदार के नेतृत्व में राजस्व की टीम को मौके पर भेजकर मामले की जांच कराई जा रही है।
किसान नेता उमाशंकर उपाध्याय ने कहा कि हाल ही के दिनों पहले बेमौसम बरसात ने पहले ही किसानों की कमर तोड़ दी थी। ऐसे में खेतों में लगी आग ने किसानों पर सितम ढाने का काम किया है। फसलों के नुकसान को लेकर किसान मुआवजे की आस लगा रहे हैं।