‌योगी सरकार की सख्ती के वावजूद शिक्षा माफियाओं का खुलेआम चल रहा है गोरखधंधा

शिक्षा विभाग बना शिक्षा माफियाओं का संरक्षक, खुलेआम नकल के नाम पर अवैध धन वसूली

विजय उपाध्याय

आजमगढ़- बिंद्रा बाजार से लगभग पांच किलोमीटर दूर ग्रामसभा सराय पल्टू निवासी संतोष कुमार मिश्रा बहुजन समाजवादी पार्टी का नेता है।और वह अवैध तरीके से धन अर्जित कर लिया है जिसके कारण से वह अवैध सम्पत्तियों का मालिक बन बैठा है। स्थित एस के मिश्रा फार्मेसी कॉलेज में खुलेआम नकल के साथ ही शिक्षा के नाम पर गोरखधंधा चल रहा है, जबकि नकल माफियओं के खिलाफ योगी सरकार काफी सख्त है लेकिन विभागीय मिली भगत से यह ब्यवसाय फल फूल रहा है।शिक्षा विभाग के सरंक्षण चलते खुलेआम नकल हो रही है,शिक्षा विभाग से मिली खुली छूट के कारण शिक्षा माफियाओं का बोलबाला चल रहा है, खुलेआम नकल करवाने के साथ ही खुलेआम लूट की जा रही है, शिक्षा विभाग से मिली आजादी के चलते शिक्षा माफियाओं के पांव भारी चल रहे हैं,योगी सरकार में इस तरह खुलेआम नकल करने का गोरखधंधा‌ सीधे सरकार को चुनौती दी जा रही है, इस गोरखधंधे में अवैध रूप से करोड़ों की अवैध सम्पत्ति अर्जित की जा रही है विभाग द्वारा शिक्षा माफियाओं की मिली भगत से परीक्षार्थियों की हो गई है बल्ले बल्ले, साथ ही नकल करने की आज़ादी मिल गई है, नकल खुलेआम करने का सुविधा शुल्क लिया जा रहा है,सुविधा शुल्क लेनें के बाद परीक्षार्थियों को नकल होने से शिक्षा माफियाओं ने मोटी रकम जमाकर अपनी तिजोरी भर रहे है,जिस तरह का सुविधा चाहिए उस तरह की व्यवस्था मिल जायेगीं, सुविधा शुल्क भी उतना ही तगड़ा लिया जा रहा है, जितना तगड़ा व्यवस्था चाहिए,खुलेआम एस के मिश्रा फार्मेसी कॉलेज से नकल करने की व्यवस्था मिल रही है,इस तरह की व्यवस्था का खुलेआम परीक्षार्थियों को लाभ दिया जा रहा है,सुविधा शुल्क के नाम पर दस हजार रुपए से लेकर नकल और बीस हजार रुपए देकर कापी तक लिखने की व्यवस्था के नाम धन वसूल किया जा रहा है,जिन परीक्षार्थी से सुविधा शुल्क नहीं मिल रहा है। उन परीक्षार्थियों को पहले उसी कमरे में बैठाकर कापी दिया जाता है और उसके बाद लगभग चालीस मिनट बाद वहां से दुसरे कमरे में बैठा दिया जाता है। उसके बाद उस कमरे का सीसीटीवी कैमरा के साथ ही वॉइस रिकॉर्डिंग भी बंदकर दिया जाता है, जिन परीक्षार्थीयों द्वारा सुविधा शुल्क लिया गया हैं उनकों कमरे में बैठाकर वॉइस रिकॉर्डिंग और सीसीटीवी कैमरा बंद करके परीक्षा दिलाया जा रहा है, उसके बाद जिन परीक्षार्थियों द्वारा सुविधा शुल्क नहीं देने पर उनके साथ फार्मेसी कॉलेज द्वारा दुर्व्यवहार भी किया जा रहा है, इस तरह की बातें सुनने में आ रही है। जिसके चलते एस के मिश्रा फार्मेसी कॉलेज का नाम पूरी तरह से क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है,योगी सरकार में इस तरह निर्भीक होकर नकल कराना सरकार की नकल विरोधी सरकार होने के दावे पर पानी फेर रहा है।‌य ह पूरा मामला शिक्षा विभाग के अधिकारियों से लेकर शिक्षा माफियाओं‌ के संरक्षण में फल फूल रहा है।‌सरकार की‌ शख्ती का इसपर कोई असर नहीं पड़ रहा है जिसका लाभ खुलेआम शिक्षा माफिया उठाकर सरकार की धज्जियां खुलेआम उड़ाई जा रही है। खुलेआम परीक्षार्थियों से सुविधा शुल्क के नाम पर अवैध धन उगाही किया जा रहा है। जिसपर शिक्षा विभाग का मौन साधना विभाग पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है।

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