मानव कल्याण एवं धर्मार्थ ट्रस्ट के तत्वाधान मे वाचिका परम पूजनीय देवी राजराजेश्वरी द्वारा प्रसंग किया गया
विशाल भारद्वाज

लखीमपुर खीरी । जिला कारागार में विपिन कुमार मिश्र वरिष्ठ जेल अधीक्षक के मार्गदर्शन में परम पूजनीय राज राजेश्वरी द्वारा मानव कल्याण एवं धर्मार्थ ट्रस्ट के तत्वधान में बंदियों एवं समस्त कारागार परिवार के कल्याण हेतु प्रति दिवसीय श्रीराम कथा महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया वाचिका परम पूजनीय देवी राजराजेश्वरी अयोध्या धाम द्वारा आज कथा का प्रसंग बोला गया उन्होंने बताया कि श्रीराम चरित्र मानस मानवीय जीवन का संपूर्ण संस्कार निहित है वर्तमान स्थिति को देखते हुए मानव का जो व्यवहार है वह पशुवत है ऐसे में श्रीराम जी के चरित्र का अनुकरण करना ही एकमात्र उपाय है संस्कार शब्द का मूल अर्थ है की पैर पर खड़े होने में 25 वर्ष लग जाते हैं माता-पिता उन्हें अच्छे अच्छे संस्कार डालकर उसे मनुष्य बनाते हैं हिंदू संस्कारों का उद्देश्य व्यक्ति में अभीष्ट गुणों का देना था संस्कारों द्वारा मनुष्य अपनी सहज पर प्रवृत्तियों का पूर्ण विकास करके अपना और समाज दोनों का कल्याण करता है यह संस्कार इसी जीवन को पवित्र नहीं करते जबकि उसके पारलौकिक जीवन को पवित्र बनाते हैं श्रीराम जैसा संस्कार कहीं और नहीं दिखेगा इसे सुनकर सभी बंदी भाव विभोर हो गए राजेश्वरी मानव कल्याण एवं धर्मास ट्रस्ट अयोध्या के तत्वधान में कथा वाचिका देवी राजराजेश्वरी के मुखारविंद से जिला कारागार खीरी में विरुद्ध लगभग 1600 से बंदियों एवं कारागार अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा सत्संगम श्रीराम कथा का मधु रसपान किया गया कार्यक्रम के उपरांत समस्त बंधुओं एवं कारागार अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा वृहद भंडार प्रसाद ग्रहण किया गया।
इस अवसर पर जेलर पंकज कुमार सिंह उप कारापाल अजय कुमार सिंह सुनील कुमार कृष्ण कुमार पांडे कृष्ण प्रताप सिंह राजेंद्र कुमारी रामरूची सिंह एवं फार्मासिस्ट द्वारा कार्यक्रम का संचालन में सहयोग किया गया