भाटपार रानी देवरिया। नगर पंचायत भाटपार रानी कार्यालय में बोर्ड बैठक की कार्यवाही शनिवार को प्रारम्भ हुई । बैठक के प्रारम्भ में केवल निर्वाचित एवं मनोनित सभासद गण ही उपस्थित हुए एवं उनके द्वारा बैठक पंजिका पर उपस्थिति हस्ताक्षर किया गया। अध्यक्ष के अनुमति के उपरान्त बोर्ड बैठक प्रारम्भ हुआ। अध्यक्ष द्वारा बैंठक की सूचना में चर्चा हेतु निम्नवत एजेन्डा निर्धारित किया गया जिसमें पहला गृहकर, दूसरा जलकल, तीसरा भूमि किराया, चौथा दुकान किराया, पांचवां जल जमाव, छठा स्वकर प्रणाली एवं अन्य बिन्दुओं पर सभासदगणों के प्रस्ताव पर अध्यक्ष के अनुमति के उपरान्त चर्चा होनी थी । बैठक के प्रारम्भ में सभासद हनुमान जायसवाल ने कहा कि पिछली कार्यवाही की पुष्टि हेतु पूर्व का प्रस्ताव पढ़कर सुनाया जाये एवम अन्य बिन्दुओं पर भी चर्चा की जाए। अध्यक्ष के अनुमति के उपरान्त लेखक रणवीर प्रताप सिंह द्वारा पिछले प्रस्ताव को पढ़कर सुनाया जा रहा था । उपस्थित निर्वाचित एवं मनोनित सभासद गण शान्ती पूर्वक सुन रहे थे। इसी बीच निर्वाचित सभासद श्रीमती निधि पाण्डेय के पति संतोष पाण्डेय आये और सभागार कक्ष में बैठ गये एवं शोर मचाना शुरु कर दिया जो एजेंडे के बिन्दु से विपरित था। अध्यक्ष द्वारा कहा गया कि सूचना में यह स्पष्ट है बैंठक में केवल निर्वाचित एवं मनोनित सभासद गण ही भाग लेगें किसी अन्य (प्रतिनिधि /पति) को भाग लेने की अनुमति नही है साथ ही अध्यक्ष ने उन्हें बैठक कक्ष से बाहर जाने की सलाह दी। इस पर श्री पाण्डेय द्वारा यह कहा गया कि मैं क्यों बाहर जाऊं आप जाइयें। इस दौरान अध्यक्ष ने बोर्ड बैंठक की गरिमा को देखते हुए 18 सितम्बर की बैठक स्थगित कर बैंठक कक्ष से बाहर चले गये। सरकार के मंशा के अनुरुप निकाय एवं राजस्व हित में रखी गई थी। चर्चा के उपरान्त राजस्व वृद्धि की सम्भावना थी जो पूर्ण न होकर हंगामे की भेंट चढ़ गई।
हंगामे की भेंट चढ़ा नगर पंचायत की बैठक, स्थगित
भाटपार रानी देवरिया। नगर पंचायत भाटपार रानी कार्यालय में बोर्ड बैठक की कार्यवाही शनिवार को प्रारम्भ हुई । बैठक के प्रारम्भ में केवल निर्वाचित एवं मनोनित सभासद गण ही उपस्थित हुए एवं उनके द्वारा बैठक पंजिका पर उपस्थिति हस्ताक्षर किया गया। अध्यक्ष के अनुमति के उपरान्त बोर्ड बैठक प्रारम्भ हुआ। अध्यक्ष द्वारा बैंठक की सूचना में चर्चा हेतु निम्नवत एजेन्डा निर्धारित किया गया जिसमें पहला गृहकर, दूसरा जलकल, तीसरा भूमि किराया, चौथा दुकान किराया, पांचवां जल जमाव, छठा स्वकर प्रणाली एवं अन्य बिन्दुओं पर सभासदगणों के प्रस्ताव पर अध्यक्ष के अनुमति के उपरान्त चर्चा होनी थी । बैठक के प्रारम्भ में सभासद हनुमान जायसवाल ने कहा कि पिछली कार्यवाही की पुष्टि हेतु पूर्व का प्रस्ताव पढ़कर सुनाया जाये एवम अन्य बिन्दुओं पर भी चर्चा की जाए। अध्यक्ष के अनुमति के उपरान्त लेखक रणवीर प्रताप सिंह द्वारा पिछले प्रस्ताव को पढ़कर सुनाया जा रहा था । उपस्थित निर्वाचित एवं मनोनित सभासद गण शान्ती पूर्वक सुन रहे थे। इसी बीच निर्वाचित सभासद श्रीमती निधि पाण्डेय के पति संतोष पाण्डेय आये और सभागार कक्ष में बैठ गये एवं शोर मचाना शुरु कर दिया जो एजेंडे के बिन्दु से विपरित था। अध्यक्ष द्वारा कहा गया कि सूचना में यह स्पष्ट है बैंठक में केवल निर्वाचित एवं मनोनित सभासद गण ही भाग लेगें किसी अन्य (प्रतिनिधि /पति) को भाग लेने की अनुमति नही है साथ ही अध्यक्ष ने उन्हें बैठक कक्ष से बाहर जाने की सलाह दी। इस पर श्री पाण्डेय द्वारा यह कहा गया कि मैं क्यों बाहर जाऊं आप जाइयें। इस दौरान अध्यक्ष ने बोर्ड बैंठक की गरिमा को देखते हुए 18 सितम्बर की बैठक स्थगित कर बैंठक कक्ष से बाहर चले गये। सरकार के मंशा के अनुरुप निकाय एवं राजस्व हित में रखी गई थी। चर्चा के उपरान्त राजस्व वृद्धि की सम्भावना थी जो पूर्ण न होकर हंगामे की भेंट चढ़ गई।
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