फर्जी फर्म के नाम पर ठेकेदार करा रहा था लाखों का भुगतान
तारकेश्वर सिंह
चंदौली। सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता चंद्रप्रभा प्रखंड कार्यालय से मेसर्स आदि शक्ति कंट्रक्शन जलखोर के नाम से ए श्रेणी के फर्जी फर्म बनाकर ठेकेदार द्वारा काम कराने के नाम पर लाखों रुपये के भुगतान करा लिये जाने का मामला प्रकाश में आया है।कार्यालय मुख्य अभियंता सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की ओर से इस बात की पुष्टि भी कराई जा चुकी है।बताते चलें कि चंदौली जिले में मेसर्स आदि शक्ति कंस्ट्रक्शन जलखोर के नाम से ए श्रेणी का फर्जी फर्म बनाकर इसके नाम पर कार्य कराया जा रहा था।इस फर्म के प्रोपराइटर गिरजेश सिंह है। इस फर्जीवाड़े की शिकायत मिलने के बाद विभाग ने जब मामले का सत्यापन कराया तो इसकी सारा पोल खुल कर सामने आ गयी। इस सबंध में मुख्य अभियंता सोन कार्यालय की ओर से स्पष्ट कर दिया गया है कि इस नाम से किसी भी फर्म का पंजीकरण कार्यालय की ओर से निर्गत नहीं किया गया है। इस फर्जीवाड़े की पुष्टि होने के बाद सिचाई विभाग में खलबली मची हुई है। लेकिन अभी भी विभागीय अधिकारी रसूखदार ठेकेदारों पर हाथ डालने से कतरा रहे हैं।जबकि सिचाई विभाग के कर्मचारी इन फर्जी ठेकेदारों से त्रस्त हो चुके हैं।वही इस संबंध में सिंचाई विभाग में वरिष्ठ सहायक और कैशियर का अतिरिक्त प्रभार संभालने वाले मोहित श्रीवास्तव का कहना है कि कुछ ठेकेदार गिरोह बनाकर कर्मचारियों को निशाना बना रहें हैं।साथ ही मनमाफिक काम नहीं करने पर ट्रांसफर कराने की धमकी भी दे रहे हैं। जिसके कारण कर्मचारियों का काम करना तो मुश्किल हो ही गया है। ठेकेदारों के इसी गिरोह द्वारा बनवाई गई खराब सड़क की जांच के लिए मुगलसराय विधायक साधना सिंह ने संबंधित विभाग को पत्र लिखा था। जिसके बाद ठेकेदारों द्वारा दुबारा सड़क का मरम्मत करवाया गया।