अभिषेक त्रिपाठी/मिर्जामुराद
मिर्जामुराद। क्षेत्र के राजकीय हाई स्कूल करधना के प्रांगण में मंगलवार को हिंदी दिवस के अवसर पर विविध गतिविधियों का आयोजन छात्र – छात्राओं को हिंदी का महत्व बताते हुए ,हिंदी भाषा में अभिरुचि बढ़ाने का प्रयत्न किया गया। इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाध्यापिका श्रीमती अंचला परमार ने छात्र – छात्राओं को हिंदी की महत्वता को विशद् रुप से समझाते हुए कहा कि हिंदी सिर्फ एक भाषा नहीं हमारे संस्कृति की अभिव्यक्ति है ।राष्ट्रीय अस्मिता और सांस्कृतिक स्वाभिमान की प्रतीक रही हिंदी आज स्वावलंबन का पर्याय है ।भाषा संस्कृति की वाहिका होती है इस रूप में हिंदी स्वतः ही स्वीकृत है ।14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने हिंदी को राजभाषा बनाने का निर्णय लिया इसी निर्णय के महत्व को प्रतिपादित करने तथा हिंदी को प्रत्येक क्षेत्र में प्रसारित करने के लिए वर्ष 1953 से पूरे भारत में 14 सितंबर को प्रतिवर्ष हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है ।इस अवसर पर हिंदी विषय के अध्यापक संतोष कुमार कुशल ने भी छात्र – छात्राओं को हिंदी की महत्ता समझाते हुए प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने हेतु प्रेरित किया। कक्षा 9 व 10 के छात्र-छात्राओं के मध्य स्लोगन राइटिंग , निबंध लेखन एवं वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन हुआ ।जिसमें छात्र-छात्राओं ने उत्साह पूर्वक प्रतिभाग किया ।निर्णायक मंडल शिव प्रताप तिवारी ,श्रीमती पूजा वर्मा ,श्रीमती मधुपर्णा मुखर्जी ने स्लोगन प्रतियोगिता में कुमारी कोमल सरोज और कुमारी आंचल को संयुक्त रूप से प्रथम स्थान , मुस्कान चौरसिया ,शगुन और कशिश को द्वितीय स्थान ,नीतीश भारती को तृतीय स्थान तथा निबंध प्रतियोगिता में सोनू पटेल प्रथम और संजना पटेल द्वितीय घोषित किया। प्रतियोगिता में चयनित प्रतिभागियों को प्रधानाध्यापिका श्रीमती अंचला परमार ने पुरस्कृत कर उनका मनोबल बढ़ाया।