नहरों की सफाई नहीं होने व तटबंधों की मरम्मत नहीं होने से हुआ तटबंध टूटा
तारकेश्वर सिंह
बबुरी। चंन्द्रप्रभा सिस्टम से निकले बसंतपुर रजवाहा में आवश्यकता से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण हटिया गांव के पास नहर का तटबंध पूरी तरह से टूट गया।तटबंध टूटने से हाल ही में रोपी गयी लगभग दो सौ बीघा धान की फसल पुरी तरह से पानी में डूब गयी है। ऐसे में क्षेत्रीय किसानो में अपनी फसल को लेकर चिन्ता सताने लगी है। बताते चले कि इधर कुछ दिनो से हो रही बरसात व नहरों में आत्याधिक पानी छोड़े जाने के कारण नहर का तटबंध टूट गया।
किसानों ने कमजोर तटबंध को मजबूत करने के लिये तटबंध पर मिट्टी भरने का प्रयास किया रोकने लेकिन बुधवार की दोपहर में पानी के तेज बहाव के कारण तटबंध टूट गया। जिससे आसपास के खेत पूरी तरह से जलमग्न हो गये। तटबंध को बांधने के लिए क्षेत्रीय किसानो ने जनप्रतिनिधियों व सिचाई विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों तक से गुहार लगाई लेकिन किसी के कान पर जूं तक नहीं रेंगा। शाम होते होते हटिया,बसंतपुर, धनेजा हड़रिका सहित आसपास के कई गांवों में धान की फसल पूरी तरह से जलमग्न हो गयी।किसानो का आरोप है कि इस वर्ष नहर व माईनरो की सफाई नहीं हुयी। जिसके चलते नहरें जलकुम्भियो से भर गयी है।जिसके कारण नहरों की पानी अधिग्रहित करने की क्षमता कम हो गयी है।यही नहीं माईनरो व नहरों के दोनों तटबंध मरम्मत नहीं होने से कमजोर हो गये है।जिसके कारण कई स्थानों पर तटबंध के टूटने का खतरा बढ़ गया है।