रिपोर्ट- अमित सिंह चौहान
मऊ: जनपद के अधिशासी अभियंता कार्यालय, विद्युत परीक्षण खंड में दिनांक 16 और 17 की रात को अत्यधिक वर्षा होने के कारण अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता एवं अवर अभियंताओं के कार्यालयों में लगभग तीन फीट तक पानी व कीचड़ भर जाने के कारण जरूरी दस्तावेज नष्ट हो गए। जिसमें मीटरों की सीलिंग, प्रमाण पत्र, रजिस्टर, कंप्यूटर सिस्टम के साथ नए एवं पुराने मीटर इत्यादि शामिल थे, जो पानी से भीगने के कारण नष्ट हो गए हैं।
दिनांक 16 और 17 को रात भर हुए जोरदार बारिश के बाद बिजली विभाग के सभी कार्यालयों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई। बारिश का पानी बिजली विभाग के कार्यालय में कहर बनकर घुस और सब कुछ नष्ट कर गया। अधिशासी अभियंता के साथ पूरा बिजली विभाग के कार्यालयों में घुटने भर पानी जमा हो गया है। जिससे बिजली विभाग में काम करने वाले सभी कर्मचारी परेशान है कि काम कैसे करेंगे और इसी के साथ सांप और बिच्छु का भी खतरा मंडरा रहा है। पूरे बिजली विभाग के परिसर में घुटने भर पानी भर गया है, जो अंदर तक घुस चुका है।
इंजीनियर एम.के. शाह ने जानकारी देते हुए बताया कि रात भर जोरदार बारिश होने से पानी इतना बढ़ गया कि उसे निकलने में दो दिन का समय लग जाएगा। रात भर अत्यधिक बारिश होने से इतना ज्यादा पानी जमा हो गया कि पूरा कार्यालय लबालब पानी से भर गया। कार्यालयों के दस्तावेज व आवश्यक सामग्री बारिश के पानी और कीचड़ में लगभग 18 से 24 घंटो तक डूबने से क्षतिग्रस्त हो गये है, जो काफी महत्वपूर्ण है। इसी के साथ मीटर आदि के खराब होने के कारण विभाग को काफी आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ रहा है। आगे इंजीनियर शाह ने बताया कि कार्यालय परिसर के अलावा अधिकारियों एवं कर्मचारियों के आवास में भी पानी घुस गया जिसके वजह से व्यक्तिगत आर्थिक क्षति भी हुई है, जिससे संपूर्ण विद्युत परिवार को संकट का सामना करना पड़ रहा है। मिली जानकारी के अनुसार अधिकारियों एवं कर्मचारियों के काफी महत्वपूर्ण समान जैसे कंप्यूटर, व्यक्तिगत प्रपत्र आदि का भी काफी नुकसान हुआ है। आगे इंजीनियर शाह ने बताया कि नगर पालिका परिषद से किसी प्रकार की सहायता प्रदान नहीं हुई और अगर एक बार फिर ऐसे बारिश हुआ तो कार्यालय में बैठकर काम करना भी संभव नहीं होगा।
बिजली विभाग के अधिकारियों की मानें तो स्थिति काफी खराब है और आगे भी सुधार होने की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही।