एक तो करोना दूजा महंगाई तीजा बाढ़ की मार गरीब लाचार
रिपोर्टर अख्तर अली हाशमी
मिर्जापुर मझवा व सीखड़ क्षेत्र के गंगा किनारे बसे लोगो में दिखी बाढ़ की चिंता गंगा में लगातार पानी बढ़ाव से लोगों मे चिंता बनी हुई है गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर होने से लोगों में दहशत सा माहौल देखने को मिल रहा है गंगा किनारे बसे गांव में बाढ़ के पानी में डूबे मकान और गांव का नजारा देखना है तो गांव के अंदर जाना होगा लोग पानी के बहाव से भी घबरा रहे हैं हिम्मत नहीं जुटा पा रहे बाढ़ प्रभावित गांव बीदापुर ,पसियाही ,धन्नुपुर मझरा, आदि गांव में पानी की रफ्तार दिन प्रतिदिन बढ़ रही हैं एक तो कोरोना महामारी से सालों से काम धंधा बंद पड़ा हैं महंगाई चरम पर है उस पर बाढ़ की स्थिति किसानों के बोए गए फसले बाढ़ की चपेट में आने से उन्हें अपने परिवार के आर्थिक स्थिति का खतरा सता रहा वही क्षेत्र में बाढ़ को लेकर काफी चर्चाएं हो रही हैं कि यही स्थिति रही तो सन 1978 की स्थिति हो सकती है बाढ़ प्रभावित लोग अपने घरों से पलायन कर सुरक्षित स्थान पर अपने गाय बकरी अन्य जानवर ले जा रहे हैं अन्यत्र ना जाने वाले प्रभावित लोग अपने छत पर डेरा जमा रहे प्रशासन भी लगातार स्थिति का जायजा ले रहा है जिला अधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार व एडीएम ,एसडीएम ,स्थिति का जायजा लेकर जरूरतमंदों को राशन व राहत सामग्री देने का कार्य युद्ध स्तर पर कर रहे हैं नीचे गंगा ऊपर मेघराज से हाहाकार मची हुई है गांव वालों की बातचीत के दौरान उन्होंने अपनी पीड़ा बताते हुए कहां की भगवान इस समय हम सभी से रूठे हुए हैं एक तरफ कोरोना का डर दूजा महंगाई की मार तीजा बाढ़ की स्थिति हम सब का जीना दुश्वार हो गया है