वर्ष 2018 में धान की खरीद में हुयी अनियमितता की जांच के लिये नियुक्त विवेचको ने आरोपियों को नोटिस दिये बिना कोर्ट में दाखिल कर दिया था रिपोर्ट
कोर्ट के आदेश पर की गयी बड़ी कार्रवाई
तारकेश्वर सिंह
चन्दौली। जनपद में वर्ष 2018 में कई क्रय केंद्रों पर धान खरीद में अनियमितता बरने व भ्रष्टाचार के मामले सामने आने पर तत्कालीन जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल के निर्देश पर चंदौली सदर कोतवाली कोतवाली सैयदराजा, कोतवाली सकलडीहा और चकिया कोतवाली समेत कई अन्य थानों पर 6 क्रय केंद्र प्रभारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया था। इसके लिये संबंधित थानो के सब इन्सपेक्टर को विवेचना अधिकारी बनाया गया था।लेकिन लेकिन विवेचकों ने लापरवाही बरतते हुए नियम 141 के तहत किसी भी आरोपी को नोटिस तामील नहीं कराया। और विवेचना पूर्ण करते हुए कोर्ट को अपनी रिपोर्ट प्रेषित कर दी। इसी मामले में कोर्ट के निर्देश के बाद यह बड़ी कार्यवाही की गई है। और लापरवाही बरतने वाले विवेचक 6 दरोगाओं को लाइन हाजिर कर दिया गया हैं। बताते चले कि वर्ष 2018 में हुये धान की खरीद में भारी अनियमितता की शिकायत मिली थी।जिसकी प्रारंभिक जांच कराने के बाद संबंधित क्रय केंद्र प्रभारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। परंतु इस गम्भीर मामलें में जांच की कार्रवाई सही करने के बजाय पुलिस के इन अधिकारियों ने मामले में खानापूर्ति करने की कोशिश की। जब मामले में कोर्ट ने संज्ञान लिया तो विवेचना में लापरवाही बरतने की बात सामने आयी।जिसके आरोप में 6 दरोगा सस्पेंड कर दिए गये। कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए चंदौली के पुलिस अधीक्षक न एक साथ 6 दरोगाओं को निलंबित कर दिया इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। इन दरोगाओं पर की गई कार्यवाही की एडिशनल एसपी दयाराम पुष्टि की है।