सेंट्रल कमांड सिस्टम से डीडीयू, भभुआ, सासाराम, डेहरी,औरंगाबाद व गया सहित सभी छोटे-बड़े स्टेशनों पर रहेगी नजर
तारकेश्वर सिंह
चंदौली। रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए आरपीएफ अब और हाइटेक होने जा रही है। इसकी कवायद भी शुरू हो गई है। स्थानीय जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर दो पर बने आरपीएफ कंट्रोल रूम को प्लेटफार्म नंबर तीन पर आरपीएफ पोस्ट के पास शिफ्ट किया जाएगा। कंट्रोल रूम बनाने की जिम्मेदारी निजी कंपनी रेलटेल को दी गई है। यह पूरी तरह से अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा।इसकी खासियत यह होगी कि मंडल के छोटे बड़े स्टेशनों की निगरानी एक ही स्थान से की जा सकेगी। इससे अपराधिक घटनाओं पर भी अंकुश लगेगा। कंट्रोल रूम से जुड़े अत्याधुनिक कैमरे 24 घंटे चलेंगे। वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त इसकी मॉनीटरिंग करेंगे।पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल का भू भाग काफी बड़ा है। इसके अन्तर्गत डीडीयू जंक्शन सहित भभुआ, सासाराम, डेहरी, औरंगाबाद व गया जैसे बड़े स्टेशन आते हैं। इन स्टेशनों पर यात्रियों की संख्या देखी जाए तो रोजाना सैकड़ो यात्रियों की आवाजाही होती रहती है। इन स्टेशनों पर भीड़ भाड़ अधिक होने के कारण आपराधिक घटनाएं भी होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके लिए सेंट्रल कमांड सिस्टम बनाने की तैयारी चल रही है। नया कंट्रोल रूम आरपीएफ पोस्ट से सटकर बनाया जाएगा। पोस्ट के पास कंट्रोल रूम बनने से जवानों को मानीटरिंग करने में भी आसानी होगी। यह कक्ष बनने से यात्रियों की सुरक्षा के साथ आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगेगा।पीडीडीयू मंडल आरपीएफ कमांडेंट आशीष मिश्रा ने बताय कि नए सेंट्रल कमांड सिस्टम की खासियत यह होगी कि इससे सर्कुलेटिंग एरिया का वाहन स्टैंड भी जुड़ जाएगा। ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि स्टैंड में वाहनों से अवैध वसूली की जाती है। इसकी शिकायत कई बार हो चुकी है। कंट्रोल रूम से वाहन स्टैंड की एक एक गतिविधि पर नजर रहेगी और अवैध वसूली पर लगाम लगेगी। हाइटेक सेंट्रल कमांड सिस्टम से सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा। दिन रात कंट्रोल रूम से महत्वपूर्ण स्टेशनों सहित हर गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।