- महिला कर्मचारी ने डॉक्टर के खिलाफ महिला आयोग में की शिकायत
- महिला कर्मचारी को फोन कर परेशान करता था डॉक्टर
- चिकित्सा विभाग में तैनात है आशिक मिजाज डॉ. मोइजुद्दीन हासमी
- हरहुआँ ब्लाक का नोडल अधिकारी है डॉ. मोइजुद्दीन हासमी
- डाक्टर अपने रसूख का इस्तेमाल कर महिला कर्मचारी को करता है परेशान
वाराणसी। उत्तर प्रदेश सरकार महिलाओं के प्रति कितनी सशक्त है, इसकी बानगी देखेंगे तो हैरान हो जाएंगे। दरअसल प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के हरहुआं ब्लाक के नोडल अधिकारी और चिकित्सा विभाग में तैनात आशिक मिजाज डॉ. मोइजुद्दीन हासमी पर उन्ही के अधीनस्थ महिला कर्मचारी ने गंभीर आरोप लगाया है। महिला कर्मचारी ने राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष के नाम शुक्रवार को पत्र लिखा, पत्र में डॉ. मोइजुद्दीन हासमी पर आरोप लगाते हुए लिखा कि डॉ. मोइजुद्दीन हासमी द्वारा मुझे पिछले महीनों से कई बार अनावश्यक रूप से परेशान व जलील किया जा रहा है। जिससे मैं काफी भयभीत व डिप्रेशन में हो रही हूँ डॉ. हासमी एक दिन में कई बार फोन करते रहते हैं, और कहते हैं कि यह फोन नंबर मेरा अच्छे से सेव कर लो, और मुझे व्हाट्सएप पर मैसेज किया करो, यही नहीं जब भी डॉ. मोइजुद्दीन हासमी अस्पताल पर मेरी ड्यूटी चेक करने आते हैं तो मुझसे मेरा पता पूछते हैं कि तुम कहां पर रहती हो, तुम्हारे परिवार में और कौन-कौन हैं, डॉ. हासमी मुझे मेरे मोबाइल के व्हाट्सएप पर मुझे कस्तूरी नाम से संबोधन रहते हैं। मुझसे पानी मांगते है जब कोई अन्य डॉक्टर साहब को पानी देता है तो नहीं लेते, कहते हैं कस्तूरी तुम हम को पानी पिलाया करो, कई बार मेरा हाथ पकड़ कर मेरे कंधों पर हाथ रखने का प्रयास करते हैं, मेरे नाखूनों व मेरे पहने गए कपड़ों पर टिप्पणीया भी करते रहते हैं, बोलते हैं कि मुझसे कोई दिक्कत हो तो मुझे बताओ यहां का प्रभारी कुछ नहीं करेगा मैं यहां का ब्लॉक नोडल अधिकारी हूँ। मेरी सीएमओ साहब से अच्छी पकड़ है, और लखनऊ मंत्री जी तक पकड़ है, मैं जो बोलता हूँ वैसा तुम करो नहीं तो हम तुमको नौकरी से निकलवा दूँगा तो तुम सड़क पर भीख मांगोगी।
उक्त महिला कर्मचारी ने अध्यक्ष राज्य महिला आयोग लखनऊ व स्थानीय जिला प्रशासन से अपने आबरू को बचाने की गुहार लगाई है।
जब उक्त महिला कर्मी से यह पूछे जाने पर की यह पत्र मुख्य चिकित्सा अधिकारी अथवा जिला/पुलिस प्रशासन को अवगत कराए बिना अध्यक्ष राज्य महिला आयोग को क्यों पत्र लिखा उसके जवाब में उक्त महिला कर्मी ने बताया कि डॉ. हासमी का कहना है कि मेरा मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं शासन के मंत्रीगण तक मेरी अच्छी पकड़ है और जो मैं चाहता हूं वही होता है इस डर के नाते मुझे राज्य महिला आयोग को पत्र लिखने के लिए मजबूर हो गई।
उक्त महिला कर्मी ने बताया कि एक महिला अपनी ग्रेजुएशन करने के बाद वाराणसी शहर में चिकित्सा विभाग में जॉब कर रही है वहीं अपने आपको एडिशनल सीएमओ बताने वाले डा. मोहिद्दिन हाशमी ने उस महिला को प्रताड़ित करने लगे महिला ने इसका बिरोध किया तो उक्क्त डा. ने अपने सहयोगियों से उस महिला के जीवन चर्या और उसके निजी जीवन में सेंध लगानी जानकारी प्राप्त करने के उद्देश् से अपने लोंगों को लगा दिया जब महिला को इस डा. मोहिद्दिन हाशमी के द्वारा अपने ऊपर किए जा रहे जानकारी मालूम हुईं तो उस महिला ने अपने स्थानीय चिकित्सा प्रभारी से बात बताई तो प्रभारी ने भी महिला से अपनी निजी मामला बताकर खुद विचार करने की बात कहीं जब सभी जगह से इस महिला को न्याय नहीं मिला तो महिला ने डा. मोहिद्दिन हाशमी के द्वारा अपने ऊपर हो रहे बदनामी को लेकर अध्यक्ष राज्य महिला को एक प्रार्थना पत्र भेज कर इस डा. मोहिद्दिन हाशमी के ख़िलाफ़ कार्यवाही करने की गुहार लगाई है यंहा बताते चले कि उत्तर प्रदेश की सरकार महिलाओं को लेकर कितनी योजनाएं चला रही है महिलाओं की भागीदारी व महिलाओं को कैसे आगे बढ़ाया जाय आत्म निर्भर किया जाय इन तमाम योजनाओं को लागू कर रही है हमारे भारत देश में महिलाओं को देवी का दर्जा दिया जाता है लेकिन इस डा. मोहिद्दिन हाशमी जो सरकार की सर्विस करता है लेकिन महिलाओं को कितना प्रताडि़त कर रहा है सूत्रों ने बताया कि यह डा. मोहिद्दिन हाशमी अपने आपको सीएमओ व लखनऊ में किसी मंत्री का धौंस देकर कहता है कि मेरे पास बहुत संम्पत्ति है दो वाटर पार्क एक वाराणसी व दूसरा मऊ जनपद में है और वाराणसी में मेरे पास बहुत ज़मीन है उसमें से वाराणसी रिंग रोड पर मेरा वाटर पार्क तुम्हारे नाम से रजिस्ट्री कर दूँगा शिवपुर थाना अंतर्गत भोजुबिर में एक मकान दे रहा हूँ तुम उसी में मेरे साथ रहो मैं कोलकाता में पांचसितारा होटेल में रुकता हूँ तुम भी मेरे साथ बहा चलो एही नहीं जब उस महिला ने इस डा. की बात नहीं मानी तो डा. व इनके सिपहसालार ने उस महिला को नौकरी सर्विस ने निकलवाने व जीवन बर्बाद करने व रोड पर भीख मांगने की भी धमकी दी गईं तब महिला ने राज्य महिला लखनऊ को अपनी सारी समस्या एक प्रार्थना पत्र के माध्यम से अवगत कराई अब देखना होगा की प्रधानमंत्री के संसदीय व काशी वाराणसी में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्य नाथ की सरकार में इस महिला के ऊपर इस डा. मोहिद्दिन हाशमी द्वारा इस तरह प्रताड़ित किया जाना कितना दुर्भाग्य है और उत्तर प्रदेश सरकार व स्थानीय जिला प्रशासन क्या कार्यवाही करती है या इसी तरह काशी में भी लव जेहाद की होता रहेगा यह लोंगों में कौतूहल का विषय बना हुंआ है।