कोरोना के चलते नहीं सजे पांडाल, लोगों ने घरों मे ही मनाई गयी श्री कृष्ण जन्माष्टमी
तारकेश्वर सिंह
चंदौली। जनपद में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का उत्सव सोमवार को पूरे भक्ति भाव से मनाया गया। कोरोना संक्रमण के चलते पूर्व के वर्षों की तरह जगह-जगह प्रतिमाएं और झांकियाें का इस बार अभाव दिखा। ज्यादातर घरों में ही युवाओं ने झांकियां सजाकर पूजन-अर्चना की। मध्य रात्रि में 12 बजे सोहर, वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भगवान का जन्म हुआ तो साधकों ने जयघोष कर प्रभु के आगमन की खुशियां मनाई।जन्मोत्सव के मौके पर अधिकांश गृहस्थों ने सुबह में ही स्नान कर पूजन पाठ किया और व्रत रखा। गांवो व कस्बों में कृष्ण के जन्म की आकर्षक झांकियों को सजायी गयी था। रात में सभी स्थानों पर सोशल डिस्टेंसिंग के बीच पूजन-अर्चन कराया।पीडीडीयूनगर,बबुरी, चंदौली, चकिया, सकलडीहा,धानापुर सहित अन्य स्थानों पर मंदिरों में आकर्षण झांकियां सजी थी। बबुरी क्षेत्र के बजहाँ गांव में स्थित रामजानकी मंदिर में भी सुबह से शाम तक आकर्षक झांकियों के सजाने का कार्य चला। शाम को शुरू हुआ भजन कीर्तन दौर जो देर रात्रि तक यहां चला।इस दौरान लाउडस्पीकर और वाद्ययंत्रों का प्रयोग नहीं हुआ और न ही बाहर से किसी गायक को बुलाया गया। दर्शनार्थियों को भी बैरिकेडिंग के बाहर से ही दर्शन करने की अनुमति दी गई। कोरोना महामारी के चलते भी लोगों ने पंडाल में प्रतिमा स्थापित कर पूजन-अर्चन करने से अपने को दूर ही रखा। अधिकांश घरों में ही युवाओं व बच्चों ने आकर्षक झांकियां सजाकर एवं डीजे की धुन पर भगवान कृष्ण के गीतों पर नृत्य किया और रात 12 बजे पूरे विधि विधान से जन्मोत्सव कार्यक्रम मनाया। इसके बाद मौजूद सभी लोगों ने प्रसाद भी ग्रहण किया।