गोरखपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और घोषणापत्र संवाद समिति के चेयरमैन सलमान खुर्शीद ने कहा कि वे गठबंधन करने नहीं घोषणापत्र बनाने आए हैं, इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार रेलवे को किराए पर देने के नाम पर देश के साथ बहुत बड़ा धोखा कर रही है. उन्होंने लोगों से संवाद किया. कहा कि वे यहां पर गठबंधन की बात करने नहीं लोगों से संवाद कर उनकी बात को सुनने के लिए आए हैं, जिससे उनकी समस्याओं को कांग्रेस के घोषणापत्र में शामिल कर सकें.
शनिवार देर रात पहुंचे सलमान खुर्शीद
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और घोषणापत्र संवाद समिति के चेयरमैन सलमान खुर्शीद शनिवार देर रात गोरखपुर पहुंचे , रविवार की सुबह रेलवे स्टेशन पर उन्होंने लोगों से संवाद किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस उनकी बातों को घोषणापत्र में शामिल करेगी. रेलवे स्टेशन पहुंचकर उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के जनाधार को मजबूर करने का प्रयास किया. गोरखपुर में कांग्रेस के घोषणापत्र संवाद कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए आए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ (पीआरकेएस) के कार्यालय पर पहुंचे। यहां पर कर्मचारियों ने उनका जोरदार स्वागत किया.
रेलवे कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों से की मुलाकात
पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के कार्यालय पर उन्होंने रेलवे कर्मचारियों, कुली, गैंगमैन और अन्य कर्मियों की समस्याओं को सुना. इस दौरान कर्मचारियों ने अपनी समस्याओं को बताया और रेलवे में कर्मचारियों को मिल रही सुविधाओं में कटौती के साथ निजीकरण का भी विरोध किया. कर्मचारी किसी भी सूरत में रेलवे के निजीकरण के पक्ष में नहीं दिख रहे हैं. उन्होंने कहा कि रेलवे परिवार कर्मचारियों को पास की सुविधा में भी कटौती कर रहा है. परिवार के दो लोगों को ही पास की सुविधा देने की बात कर रहा है. इसका वे विरोध करते हैं. इसके साथ ही गैंगमैन, इंजीनियर और कुलियों ने भी अपनी बात रखी.
प्रियंका गांधी के निर्देश पर घोषणापत्र यात्रा
इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और घोषणा पत्र संवाद समिति के चेयरमैन सलमान खुर्शीद ने कहा कि आज हमारे समाज और हर क्षेत्र में जो समस्याएं हैं. लोगों का उत्पीड़न और संकट की चर्चा हर जगह हो रही है. राजनीतिक पार्टी से होने के नाते उन्हें इन सबका अनुभव है. वे इसकी आवाज उठाते हैं. 2022 के चुनाव के लिए उनका जो घोषणा पत्र तैयार होने जा रहा है. उसके लिए प्रियंका गांधी का दिशा-निर्देश प्राप्त हुआ है कि सामान्य लोगों से मिलकर संवाद स्थापित करें और उनकी समस्याओं को घोषणापत्र में शामिल करें. उन्होंने आज रेलवे कर्मचारियों से बात की है.