ईमानदार आइएएस अधिकारी रहे एमएससी ए के शर्मा के गांव में ही हो गया घोटाला।
मामला प्रकाश में आते ही ग्राम विकास अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया
आजाद पत्र ब्यूरो
मऊ- विकासखंड रानीपुर में तैनात ग्राम विकास अधिकारी अरुण कुमार एवं विकासखंड बड़गांव के अरविंद कुमार सिंह को वित्तीय अनियमितता के कारण निलंबित कर दिया गया है बताते चलें कि रानीपुर विकासखंड के ग्राम सभा काझा खुर्द एवं दौलसेपुर गांव में बिना टेंडर कराए ही ग्राम विकास अधिकारी अरुण कुमार द्वारा फर्जी तरीके से भुगतान करा दिया गया तथा बड़राव ब्लॉक के ग्राम सभा भटमिला, पांडेपार एवं मुजार बुजुर्ग गांव में भी ग्राम विकास अधिकारी अरविंद कुमार सिंह द्वारा राज्य वित्त एवं केंद्रीय वित्त की धनराशि को बिना टेंडर एवं बिना वित्तीय स्वीकृति के ही वेंडर के खाते में ग्राम पंचायत भटमिला पांडेपार में कुल 11.678 लाख रुपए के फर्जी भुगतान का मामला सामने आया है। तथा रानीपुर विकासखंड में कुल 17.464 लाख रुपए का फर्जी भुगतान एवं वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आने पर मुख्य विकास अधिकारी राम सिंह वर्मा द्वारा दोनों घोटालेबाज ग्राम पंचायत अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। बताना जरूरी है कि विगत दिनों इस घोटाले की खबर मीडिया में प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद शनिवार को क्षेत्रिय दौरे में आए विधान परिषद सदस्य अरविंद कुमार शर्मा एवं उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री उपेंद्र तिवारी के सामने यह मामला प्रकाश में आया था। जिसके बाद उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए तत्काल प्रभाव से उक्त दोनों ग्राम पंचायत अधिकारी को निलंबित करने का आदेश दे दिया था।यह भी बताना जरूरी है कि रानीपुर विकासखंड के काझा गांव के ही रहने वाले एमएलसी एके शर्मा के गांव में ही घोटाला हो गया जिसकी खबर मिलते ही प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया था।