मुहम्मदाबाद गोहना मऊ : लेखपालों की मनमानी से जनसेवा केंद्र संचालक परेशान हैं। शासनादेश को किनारे रख अपनी मर्जी से आय, जाति व निवास प्रमाणपत्रों का सत्यापन कर रहे हैं। मुहम्मदाबाद गोहना तहसील क्षेत्र के दर्जनों जनसेवा केंद्र संचालक समय से लोगों का प्रमाण पत्र नहीं दे पा रहे हैं। लेखपालों द्वारा आवेदित आय, जाति निवास प्रमाणपत्रों में रिपोर्ट लगाने में जानबूझकर देरी करते है या निरस्त कर देते हैं। तहसील क्षेत्र के केंद्र संचालक मनोज माल्या, प्रमोद यादव, वंशराज यादव, प्रदीप गुप्ता, दिनेश, सुनिल, फिरोज अहमद आदि लोगों ने बताया कि लेखपालों द्वारा प्रमाण पत्रों में रिपोर्ट लगाने में काफी देरी की जाती है। जब रिपोर्ट लगाने के लिए बार बार कहा जाता है तो निरस्त कर दिया जाता है। ऐसे प्रमाणपत्रों से सैकड़ों युवा प्रभावित और निराश हो रहे हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं और नए विद्यालयों में प्रवेश के लिए बनाए जा रहे प्रमाणपत्रों में देरी से छात्रों और अभिभावकों को ऑनलाइन सुविधा मिलने के बावजूद तहसील तक दौड़ और चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। सभी केंद्र संचालक सीएमएस सॉफ्टवेयर के जरिये आवेदनों को संकलित करते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के आदेशानुसार अभिभावकों द्वारा सेल्फ डिक्लियरेशन के आधार पर उन्हें प्रमाणपत्र बना कर दे देना है और लेखपालों को सिर्फ सत्यापित करना है। लेखपालों द्वारा फॉर्म के उसी प्रारूप पर कुछ लोगों को प्रमाणपत्र जारी कर देना और कुछ लोगों का रोक देना समझ से परे है। सात दिन की समयावधि में प्रमाणपत्र जारी करने के आदेश की अवहेलना करते हुए प्रमाणपत्रों को जारी करने में बीस से तीस दिन लगा दे रहे हैं। क्षेत्रवासियों के अनुसार लेखपाल लोगों से सुविधा शुल्क के चक्कर मे ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों से इसमें सुधार लाने की मांग की है। प्रमाण पत्र विलंब होने से आवेदकों व संचालकों में विवाद की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। आवेदकों का निर्धारित अवधि के भीतर कागज न मिलने पर बार बार केंद्रों पर चक्कर काटने को विवश है।
आय, जाति व निवास प्रमाण पत्र जारी करने में लेखपालों का अड़ंगा
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