प्रथम दृष्टया दोषी पाये जाने पर पुलिस अधीक्षक ने की निलंबन की कार्रवाई
तारकेश्वर सिंह
चंदौली।अपर पुलिस अधीक्षक (नक्सल) अनिल कुमार के साथ दुर्व्यवहार करने व जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करने के आरोपी प्रतिसार निरीक्षक रविन्द्र प्रताप सिंह पर आखिरकार गाज गिर ही गई। जांच के दौरान प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने आरआई को निलंबित कर दिया है। इस घटना के बाद से ही चन्दौली पुलिस महकमे में खलबली मची हुयी है। बताते चले कि अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने प्रतिसार निरीक्षक रविंद्र सिंह पर आरोप लगाया था कि मंगलवार की रात ड्यूटी रजिस्टर मांगने पर प्रतिसार निरीक्षक ने पहले तो देने से मना कर दिया। उसके बाद उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया था। इतना ही नहीं प्रतिसार निरीक्षक ने अपर पुलिस अधीक्षक के खिलाफ जातिसूचक शब्दों का प्रयोग भी किया और कहा था कि तुम्हरे जैसे लोग हमारे यहाँ कूड़ा फेंकते हैं। साथ ही इस बात की भी धौंस भी दी थी कि एसपी, आईजी, डीआईजी सब हमारी जेब मे रहते हैं। एएसपी ने पूरे प्रकरण को लेकर उच्चाधिकारियों के साथ ही शासन स्तर पर भी पत्र भेज दिया था।चन्दौली पुलिस महकमे में इस तरह की घटना हो जाने बाद से ही विभाग में मच गई थी। बुधवार को आईजी एसके भगत ने पुलिस लाइन में ढाई घंटे तक पुलिसकर्मियों से पूछताछ की। हालांकि अभी जांच पूरी नहीं हुई है कहकर कहकर वाराणसी के लिये रवाना हो गए। वहीं देर शाम एसपी अमित कुमार ने आरआई के ऊपर कार्यवाई करते हुए उन्हे निलंबित कर दिया।बताया जा रहा है कि जांच प्रथम दृष्टया आरआई पर अनुशासन हीनता साबित हुई है।इस पर कार्रवाई की गई। अभी मामले की जांच अभी जारी है।